घोटाला खुलते ही पार्थ चटर्जी ने खुद को बताया साजिश का शिकार, सदमे में अर्पिता
29 Jul 2022
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
पश्चिम बंगाल में ममता के मंत्री रहे पार्थ चटर्जी भ्रष्टाचार में बुरी तरह फंसने के बाद अब इसे अपने खिलाफ साजिश बता रहे हैं। करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को शुक्रवार को यहां ईएसआई अस्पताल लाया गया। उन्हें ईडी अधिकारी नियमित चिकित्सा जांच के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे। दोनों में से अर्पिता मुखर्जी को सबसे पहले अस्पताल लाया गया। जैसे ही ईडी का वाहन उन्हें लेकर अस्पताल परिसर पहुंचा, वह फूट-फूट कर रोने लगी। उन्होंने वाहन से बाहर आने से भी इनकार कर दिया और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और साथ में केंद्रीय सशस्त्र बलों की महिला कर्मचारियों को उन्हें बाहर खींचकर अस्पताल की इमारत में ले जाना पड़ा। अर्पिता मुखर्जी का व्यवहार देखते हुए स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि वह मामले में घिरने के बाद सदमें में हैं और इस बीच उन्होंने प्रतीक्षारत मीडिया से बात तक नहीं की। उन्हें इमारत के अंदर ले जाने के तुरंत बाद, पार्थ चटर्जी को लेकर ईडी का एक अन्य वाहन अस्पताल परिसर पहुंचा। लेकिन उन्होंने मीडिया को सिर्फ एक लाइन में जवाब दिया कि मैं साजिश का शिकार हूं। हालांकि, उनके द्वारा एक लाइन का दिया गया जवाब राजनीतिक हलकों की तीखी प्रतिक्रियाओं को भड़काने के लिए काफी था। चटर्जी के इस बात के बाद तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि ऐसे मामलों में स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती कि मैं निर्दोष हूं। अगर पार्थ चटर्जी वास्तव में सोचते हैं कि वह साजिश का शिकार हैं, तो उन्हें अदालत में इसे साबित करना चाहिए। बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से निकाल दिया है।