गुलाम नवी हुए कांग्रेस से आज़ाद

 26 Aug 2022  481

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
आज कांग्रेस से गुलाम नवी आज़ाद ने नाता तोड़कर खुद को आज़ाद कर लिया है. कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Navi Azad ) ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर अलविदा कह दिया है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे। अब उन्होंने पार्टी को झटका देते हुए कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। इसी बीच जानकारी सामने आ रही है कि आजाद अपनी नई राजनितिक पार्टी बनाएंगे। जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जीएम सरूरी ने आजाद को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे बल्कि वह जल्द ही अपनी एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। उनके कई समर्थकों ने इस्तीफा दिया है आजाद एक बड़े नेता रहे हैं उन्होंने कांग्रेस में अपने 50 साल दिए। बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के प्रचार कमेटी के चेयरमैन पद से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। खबर के मुताबिक आजाद ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पांच पेज की चिट्ठी लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा है। इस चिट्ठी में आजाद ने लिखा कि उन्होंने भारी मन से कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया है। आजाद ने लिखा, बहुत खेद के साथ मैंने कांग्रेस से अपना सालों पुराना रिश्ता संबंध तोड़ने का फैसला किया। बताया जा रहा है कि आगे उन्होंने चिट्ठी में लिखा कि कांग्रेस ने पार्टी चलाने वाली मंडली के संरक्षण में इच्छाशक्ति और क्षमता खो दी है। साथ ही आजाद ने कहा है कि कांग्रेस में कमजोरियों के बारे में बताने वाले 23 नेताओं को गाली दी गई। उन्हें अपमानित और बदनाम किया गया। साथ ही आजाद ने कहा कि पार्टी की ऐसी स्थिति में पहुंच गई है जहां से वापसी नहीं हो सकती है। पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए ’प्रॉक्सी’ का सहारा लिया जा रहा है। गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा देते हुए राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ’दुर्भाग्य से श्री राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री के बाद और विशेष रूप से जनवरी 2013 के बाद जब वे उपाध्यक्ष चुने गए। राहुल गांधी ने पार्टी में पहले से मौजूद परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया था।’ साथ ही उन्होंने कहा कि ’रिमोट कंट्रोल मॉडल’ ने यूपीए सरकार की संस्थागत अखंडता को ध्वस्त कर दिया। अब यह कांग्रेस में भी लागू हो गया है। बता दें की आज़ाद के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने कहा है कि अब कांग्रेस पूरी तरह साफ़ हो गई है तो वहीं कांग्रेस ने कहा है कि आज़ाद को इस समय इस्तीफा नहीं देना चाहिए था।