त्रिपुरा के मंत्री के बेटे पर सामूहिक बलात्कार के आरोप के बाद जमकर विरोध

 22 Oct 2022  459

संवाददाता/in24 न्यूज़.
त्रिपुरा (Tripura) में श्रम मंत्री बागबन दास के पुत्र पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है और उसके खिलाफ विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को उनोकोटी जिले के कुमारघाट में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सामूहिक दुष्कर्म में शामिल श्रम मंत्री बागबन दास के पुत्र सहित सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इन सभी आरोपियाें पर 19 अक्टूबर की रात 16 साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने हालांकि बताया कि इस घटना के सिलसिले में एक महिला राजीव दास और पापिया डे सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि जब तक अपराध में शामिल लाेगों का पता नहीं चल पाता तब तक जनता की मांग पर किसी को गिरफ्तार नहीं की जा सकती। पुलिस के मुताबिक पीड़िता फातिकरॉय थाना क्षेत्र के कंचनबाड़ी की रहने वाली है और उसका आरोपी राजीव के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। पीड़िता स्थानीय भाजपा नेता की बेटी आरोपी महिला के साथ कुमारघाट आई थी जो उसे एक इमारत में लेकर गई थी, जो मंत्री के बेटे के कब्जे में है। पीड़िता का लंबे समय तक इमारत में राजीव सहित एक गिरोह के अन्य लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था और पीड़िता के बाद में घर लौटने पर उसके माता-पिता उसकी हालत को देखकर तुरंत अस्पताल ले गए जहां उसने डॉक्टरों को आपबीती बतायी। पीड़ित के परिवार ने अगले दिन प्राथमिकी दर्ज करायी और उसके आधार पर पुलिस ने राजीव और पापिया को गिरफ्तार कर लिया लेकिन अभी तक अन्य आरोपियों को हिरासत में नहीं लिया गया है। इस बीच कुमारघाट के कांग्रेस नेता सत्यबन दास ने आरोप लगाया कि श्रम मंत्री दास के पुत्र की इमारत में सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और वह कथित तौर पर इस अपराध में शामिल था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मंत्री और भाजपा नेताओं के दबाव और धमकियों के आगे घुटने टेक दिए है और मंत्री के पुत्र का नाम इस मामले से हटाने के पूरे प्रयास में जुटी हुई है। दास ने कहा कि भाजपा नेता पीड़ित परिवार को मामले आगे न बढ़ाने के लिए धमका रहे हैं। हम शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों से मिले और हमने इस मामले की उन्हें पूरी जानकारी दी तथा उनसे उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया जिनके नाम पीड़ितों द्वारा शुरू में पुलिस को बताए गए थे लेकिन पुलिस कार्रवाई संतोषजनक नहीं है।