नागपुर में निवेश के लिए टाटा समूह को निमंत्रण
29 Oct 2022
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़
एक तरफ टाटा एयरबस परियोजना के महाराष्ट्र से गुजरात चले जाने पर राज्य की सियस में गहमागहमी का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने टाटा समूह को अपने गृहनगर नागपुर और आसपास के क्षेत्रों में निवेश के लिए न्यौता दिया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस शहर में जमीन की उपलब्धता, अवसंरचना और संपर्क जैसी सुविधाएँ मौजूद हैं. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को भेजे अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस्पात, उपभोक्ता उत्पाद, वाहन, आईटी सेवा और विमानन क्षेत्र की टाटा समूह की कंपनियां अपने निवेश के लिए नागपुर का चयन कर सकती हैं. चंद्रशेखरन ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान ये था कि टाटा समूह इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली चालित वाहनों और अन्य आधुनिक क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं तलाश कर रहा है और इसके लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ बातचीत चल रही है. शनिवार को मीडिया के समक्ष नितिन गडकरी ने जो पत्र साझा किया उसे ऐसे समय में लिखा गया है कि जब कई बड़ी परियोजनाएं महाराष्ट्र के हाथ से निकलकर गुजरात के पास जा रही हैं. ज्ञात हो कि फॉक्सकॉन-वेदांता गठजोड़ का 1.5 लाख करोड़ रुपये निवेश वाला सेमीकंडक्टर संयंत्र महाराष्ट्र से गुजरात चला गया. इसके बाद टाटा समूह और एयरबस के 22,000 करोड़ रुपये निवेश वाली विमान विनिर्माण परियोजना के भी महाराष्ट्र से गुजरात जाने की घोषणा की गई है. अपने लिखे पत्र में गडकरी ने कहा है कि 'मल्टी-मोडल इंटरनेशनल हब एयरपोर्ट ऐट नागपुर (मिहान) एसईजेड और गैर-एसईजेड क्षेत्र में 3,000 एकड़ से अधिक जमीन है. उन्होंने कहा कि इस इलाके में कई कंपनियों ने अपना आधार स्थापित किया है. अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ये भी लिखा कि टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, वोल्टास, टाइटन इंडस्ट्रीज, बिग बास्केट जैसी टाटा समूह की सभी कंपनियां नागपुर में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकती हैं. ऐसे में महाराष्ट्र की सियासत में चर्चा इस बात को लेकर भी हो रही है कि महाराष्ट्र में निवेश करने वाली कंपनियां यहां से पलायन करने पर क्यों आमादा हैं, इसमें राजनीति क्यों की जा रही है ?