अडानी के मुद्दे पर संसद में बरसे राहुल गांधी, कहा - ये रिश्ता क्या कहलाता है ?
07 Feb 2023
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/दिल्ली
लोकसभा में संसद के बजट सत्र के छठवें दिन चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी, अग्निवीर योजना और गौतम अडानी के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने इस दौरान ये भी कहा कि उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के बीच सेना के अफसरों और पूर्व सैनिकों ने बताया कि अग्निवीर योजना सेना की योजना नहीं है, इसे उन पर थोपा गया है. इसे अजीत डोभाल ने थोपा. यह RSS का आइडिया है. इतना ही नहीं राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के विदेश दौरों में अडानी को फायदा दिलाया जाता है. राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जनता से बात करने का, उनकी समस्याएं सुनने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि अभी आपने अग्निवीर योजना की तारीफ की लेकिन बेरोजगार युवा जो सेना में भर्ती के लिए सुबह चार बजे सड़कों पर दौड़ लगाता है, वो इस बात से सहमत नहीं है. इन लोगों का कहना है कि हमें चार साल के बाद सेना से बाहर निकाल दिया जाएगा. राहुल गांधी ने कहा कि, ''सेना के रिटायर अफसर कह रहे हैं कि अग्निवीर योजना आर्मी की नहीं है. यह योजना आरएसएस की ओर से पेश की गई है. गृह मंत्रालय की तरफ से आई है. यह सेना पर थोपी गई है. अजीत डोभाल ने थोपी है. राहुल गांधी के अनुसार समाज में इतनी ज्यादा बेरोजगारी है कि, अग्निवीर के बाद समाज में हिंसा और बढ़ेगी. जबकि अजीत डोभाल का नाम लेने पर सत्ता पक्ष की ओर से आपत्ति जताई गई और ये कहा गया कि आप उनका नाम नहीं ले सकते. राहुल गांधी और कांग्रेस के सदस्यों ने कहा कि क्यों नहीं ले सकते. राहुल गांधी ने कहा, अभिभाषण में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कोई जिक्र नहीं है. अग्निवीर योजना की भी एक लाइन में चर्चा है. राहुल गांधी ने कहा कि, ''मुझे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान तमिलनाडु, केरल से लेकर हिमाचल प्रदेश तक हर राज्य में एक ही नाम सुनने को मिला. अडानी, अडानी, अडानी.'' राहुल गांधी ने कहा कि युवा ये पूछ रहे थे कि अडानी की तरह स्टार्टअप हमें भी शुरू करना है. ये जिस बिजनेस में हाथ डालता है, उसमें यह सफल हो जाता है. उन्होंने कहा कि अडानी पहले दुनिया के अमीरों में 609 नंबर पर थे, आखिर ऐसा कौन सा जादू हुआ कि नौ साल में यह नंबर दो पर पहुंच गए. इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने मोदी है तो मुमकिन है के नारे भी लगाए. राहुल गांधी ने कहा कि आज जिस सड़क पर चलो और पूछो कि इसे किसने बनाई है तो अडानी का नाम आएगा. हिमाचल प्रदेश का सेब अडानी का है. देश जानना चाहता है कि अडानी का प्रधानमंत्री के साथ किस तरह का रिश्ता है. उन्होंने पीएम मोदी की एक पुरानी तस्वीर निकाली, इसे लेकर सत्ताधारी सांसदों ने जमकर हंगामा किया. यहां तक कि स्पीकर ओम बिड़ला ने राहुल गांधी को टोका और कहा कि पोस्टरबाजी न करें. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडानी साल 2014 में 609वें नंबर से इतने कम समय में दूसरे नंबर तक पहुंच गए. असली मैजिक तब शुरू हुआ जब मोदी जी दिल्ली आए. राहुल गांधी ने कहा कि युवा हमसे पूछ रहे हैं कि अडानी सिर्फ 8-10 सेक्टर में हैं. ऐसे में उनकी संपत्ति 2014 में 8 बिलियन डॉलर से 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे पहुंच गई. राहुल गांधी ने कहा कि एक नियम था जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है, उन्हें एयरपोर्ट के विकास में शामिल नहीं किया जाता. लेकिन भारत सरकार ने यह नियम बदल दिया. राहुल गांधी ने कहा कि, पीएम ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अडानी को लोन दे देता है. मैं उदाहरण दे रहा हूं, मोदी जी पूरी दुनिया में जाते हैं, क्या होता है. बांग्लादेश जाते हैं, वहां बांग्लादेश में इलेक्ट्रिसिटी बेचने का फैसला होता है, कुछ दिन बाद बांग्लादेश 25 साल का कॉन्ट्रैक्ट अडानी के साथ कर लेता है. इसके बाद श्रीलंका में पीएम मोदी द्वारा दबाव डालकर अडानी को प्रोजेक्ट दिलाते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि ये अडानी की विदेश नीति है. एलआईसी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि अडानी जी की मदद पीएम और हिंदुस्तान की सरकार कैसे करती है. हजारों करोड़ रुपए हिंदुस्तान के पब्लिक सेक्टर बैंक अडानी जी को दे रहे हैं. एसबीआई, पीएनबी, जैसे बैंक शामिल हैं. इन बैंकों का पैसा, एलआईसी का पैसा अडानी के पास जा रहा है. जैसे ही कोई इनके खिलाफ खड़ा होता है, तो ईडी, सीबीआई की जांच एजेंसी बचाव में आ जाती हैं. कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग रिपोर्ट आई. इसमें कहा गया कि अडानी जी की शैल कंपनियां देश के बाहर हैं. ये हजारों करोड़ रुपए शेल कंपनियां भेज रही हैं, ये किसका पैसा है.