चुनाव आयोग को सीएम शिंदे ने कहा धन्यवाद

 18 Feb 2023  274

साक्षी शर्मा/in24 न्यूज़ 
महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ी और अहम खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अपने गुट को शिवसेना पार्टी का नाम और धनुष-बाण का चुनाव चिन्ह मिला है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को शिवसेना दी है। केंद्रीय चुनाव आयोग में पिछले कई महीनों से इस मामले पर बहस चल रही थी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने आखिरकार इस मामले में सबसे बड़े फैसले का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फैसले के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। सीएम शिंदे ने कहा, 'यह लोकतंत्र की जीत है। यह संविधान की जीत है और बालासाहेब ठाकरे के विचारों की जीत है। उनके संकल्प और सोच के साथ हमने सरकार बनाई। मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद देता हूं", चुनाव आयोग के परिणामों पर एकनाथ शिंदे की पहली प्रतिक्रिया थी। आगे उन्होंने कहा कि, 'लोकतंत्र में चुनाव महत्वपूर्ण हैं। आज सत्य की जीत है। यह शिवसेना के संघर्ष की जीत है| उन्होंने कहा कि, 'यह बालासाहेब और आनंद दिघे साहब के विचारों की जीत है। यह उन विधायकों, सांसदों, जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और लाखों शिवसैनिकों की जीत है, जिन्होंने बालासाहेब के विचारों और हमारे द्वारा लिए गए फैसलों के साथ गठबंधन किया है। यह लोकतंत्र की जीत है। इस देश में प्रशासन बाबा साहेब के संविधान के अनुसार चलता है। हमारी सरकार नियम-कायदों से बनी थी। इसलिए, चुनाव आयोग द्वारा दिया गया निर्णय योग्यता के आधार पर है। महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ा भूकंप आठ महीने पहले आया था। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पार्टी में 40 विधायकों के साथ बगावत कर दी थी। एकनाथ शिंदे सभी बागी विधायकों को अपने साथ सूरत और फिर गुवाहाटी ले गए थे। उसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े घटनाक्रम हुए। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिंदे और ठाकरे दोनों गुटों की ओर से मजबूत दलीलें दी थीं। एकनाथ शिंदे समूह के वकीलों ने तर्क दिया था कि हमारे पास सबसे अधिक जन प्रतिनिधि थे। दूसरी ओर ठाकरे गुट के वकीलों ने पार्टी के संविधान, राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रतिनिधिमंडल को लेकर मुद्दे उठाते हुए जोरदार दलीलें दी थीं। लेकिन ठाकरे गुट के ये सभी प्रयास आखिरकार व्यर्थ साबित हुए हैं|