एनसीपी में अंतर्कलह, मुंबई कन्वेंशन में अजीत पवार को आमंत्रण नहीं !
21 Apr 2023
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई
महाराष्ट्र की सियासत में घमासान का दौर जारी है. प्रमुख निशाने पर है, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ! अटकलों का बाजार इस बात को लेकर गर्म है कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. सामना अखबार में लिखे गए आर्टिकल का जिक्र करते हुए संजय राउत ने पिछले दिनों अजित पवार पर निशाना साधा था. जिसके बाद अजित पवार ने भी संजय राउत को एनसीपी का प्रवक्ता न बनने की सलाह दी थी. मुंबई में आज आयोजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की बैठक में अजित पवार के ना होने से चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है. अब एनसीपी कार्यकर्ताओं की आज घाटकोपर में आयोजित बैठक को लेकर चर्चा शुरू है, तो वहीं अजित पवार को निमंत्रण न भेजे जाने का मामला भी चर्चा का केंद्र बन चुका है. दरअसल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की इस बैठक में पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को बुलाया गया है, जिसको एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार संबोधित करेंगे. इसके अलावा इस बैठक में एनसीपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, एनसीपी सांसद प्रफुल पटेल, एनसीपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री छगन भुजबल, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और आदिति तटकरे समेत विपक्ष के कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे, लेकिन इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले नेताओं की लिस्ट से अजित पवार का नाम नदारद है. हालांकि, जब इस लिस्ट को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगनी शुरू हुई, तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से बताया गया कि जिस समय यह बैठक आयोजित की गई है, उस समय अजित पवार महाराष्ट्र के पुणे शहर में होंगे, तो वहीं अजीत पवार ने पीडीसीसी बैंक कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई गलतफहमी ना पाले कि मुंबई में हो रहे एनसीपी के अधिवेशन से मुझे साइड लाइन किया गया है. मेरे प्रोग्राम लॉन्ग बैंक शेड्यूल थे. आज शाम होने वाला इंटरव्यू भी लॉन्ग बैंक में होना है. वहीं, उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने पिछले दिनों यह दावा किया था कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, जिसके बाद पवार के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई. दरअसल अजित पवार की अमित शाह के साथ मुलाकात की खबरें सामने आई थी, जिसके बाद संजय राउत ने यह दावा किया था कि आने वाले 15 दिनों में देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र की राजनीति में दो बड़े विस्फोट हो सकते हैं. संजय राउत ने इससे पहले अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि, "यदि मैं सच बोलता हूं तो कोई मुझे टारगेट करने लगता है, लेकिन मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं. आगे भी इसी तरह सच बोलता रहूंगा, मैं किसी के बाप से डरने वाला नहीं हूं." उन्होंने यह जवाब अजित पवार के उस बयान पर दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ लोग अपनी पार्टी के प्रवक्ता बनने की बजाय दूसरे पार्टी के प्रवक्ता बन गए हैं. वहीं दूसरी ओर यह भी चर्चा हो रही है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच भी सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. हालांकि, इन अटकलों को शरद पवार ने उस वक्त खारिज कर दिया, जब वे 18 अप्रैल को अजित पवार द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस पार्टी में सुप्रिया सुले और जितेंद्र अव्हाड समेत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए थे. बहरहाल अजित पवार को लेकर महा विकास आघाडी में जो भी स्थिति बनी हुई है, उससे कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी को एक तरफ फायदा हो रहा है, तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे गुट में फूट के आसार भी नजर आने लगे हैं.