एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का बड़ा दावा, शिवसेना को खत्म करने की थी बीजेपी की साजिश
01 May 2023
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने दावा किया है कि बीजेपी कभी अपनी ही सहयोगी शिवसेना को खत्म करने की फिराक में थी. दरअसल शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के तीन दलों वाले महा विकास आघाड़ी के मुख्य सूत्रधार कहे जाते हैं. (एमवीए) गठबंधन के सूत्रधार शरद पवार ने दावा किया है कि इसका मुख्य कारण यह था कि बीजेपी सोच रही थी कि वह शिवसेना को खत्म किए बिना राज्य में निर्विवाद वर्चस्व हासिल नहीं कर सकती. खबर के अनुसार, एनसीपी सुप्रीमो का कहना है कि इससे दोनों सहयोगियों के बीच बेचैनी पैदा हो गई, जो तब और गहरी हो गई जब बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में करीब 50 सीटों पर गुपचुप तरीके से बागी उम्मीदवारों को समर्थन देकर शिवसेना की स्थिति को कमजोर करने की कोशिश की. इससे पहले, शरद पवार यह कहते थे कि, साल 2017 का बीएमसी चुनाव बीजेपी ने अपने तीन दशक पुराने गठबंधन में पहली बार शिवसेना के खिलाफ स्वतंत्र रूप से लड़ा था, पवार का कहना है कि बीजेपी द्वारा शिवसेना को खत्म करने का वह एक तरीका था. आपको बता दें कि यह दावा 2 मई को प्रकाशित होने वाली पवार की आत्मकथा 'लोक भूलभुलैया संगति' के दूसरे संस्करण में किए गए हैं. यह आत्मकथा ऐसे समय में लोगों के सामने आने की उम्मीद है, जहां अटकलों का बाजार इस बात को लेकर गर्म हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार पर यदि प्रतिकूल फैसला सुनाया तो उनके भतीजे और एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार अपने विधायकों के एक समूह के साथ बीजेपी से उस समय हाथ मिला लेंगे. शरद पवार ने आत्मकथा में लिखा है कि, शहरी क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति रखने वाली शिवसेना को खत्म किए बिना, वह राज्य में निर्विवाद वर्चस्व स्थापित नहीं कर पाएगी. मुंबई से साल 2017 में शिवसेना को खत्म करने के लिए बीजेपी चुनावी मैदान में उतरी. तस्वीर ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भायंदर, वसई-विरार और नवी मुंबई नगर निगमों में एक समान थी.” जिसका एक अंश सकल अखबार में प्रकाशित हुआ था, जो पवार परिवार द्वारा संचालित एक प्रकाशन था. एनसीपी सुप्रीमो आगे लिखते हैं कि शिवसेना के स्वाभिमान को खत्म करने की साजिश थी. एक समय था जब शिवसेना ने महाराष्ट्र में 171 विधानसभा सीटों पर और बीजेपी ने 117 सीटों पर चुनाव लड़ा था. शरद पवार ने लिखा हैं कि साल 2019 में, बीजेपी ने 164 सीटें लीं, जबकि 124 सीटें शिवसेना के लिए छोड़ दीं. शरद पवार के दावे के बाद महाराष्ट्र की सियासत में घमासान मचा हुआ है, और अब महाविकास आघाड़ी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग भी शुरू हो चुकी है.