अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच रार को खत्म करने के लिए शीर्ष नेतृत्व कर रहा है फॉर्मूले पर विचार
01 Jul 2023
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संवाददाता/in 24 न्यूज़।
राजस्थान विधानसभा चुनाव का रण शुरू होने के पहले सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मची रार को शांत करना सबसे मुश्किल चुनौती है। इसी को लेकर शीर्ष नेतृत्व दोनों ही नेताओं के बीच मध्यस्थता करने के फार्मूले पर विचार कर रहा है. छत्तीसगढ़ में बगावत का झंडा थामे टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने के बाद कांग्रेस में इसी फार्मूले से राजस्थान का बवाल खत्म करने की चर्चा है. आपसी लड़ाई रोकने के लिए कांग्रेस तीन विकल्पों पर आगे बढ़ रही है. दरअसल कांग्रेस राजस्थान ,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक ही समस्या से दो-चार होती रही है. तीनों राज्यों में सीएम पद की महत्वाकांक्षा वाले नेताओं ने कलह मचा रखी थी.
मध्यप्रदेश में तो ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में चले गए और कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरा दी. लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बवाल अभी भी मचा हुआ है. ऐसे में छत्तीसगढ़ में अब सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बना कर मामला शांत करवा दिया गया है. इसके बाद अब राजस्थान की बारी है. सूत्रों के मुताबिक अब सचिन पायलट के लिए कांग्रेस तीन विकल्प के साथ तैयार है. पहला विकल्प राजस्थान की रार को रोकने के लिए कांग्रेस जिस पहले विकल्प पर फोकस कर रही है उसमें सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए मनाने की कोशिश है. इसी के साथ उनके समर्थकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है. इसके अलावा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान भी उनकी बात को गंभीरता से सुने जाने की चर्चा है. दूसरे विकल्प के तौर पर सचिन पायलट को एआईसीसी के महासचिव बनाकर कांग्रेस कार्यसमिति में शामिल कर लिए जाने का है इसके साथ-साथ उनको राजस्थान में कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाए और चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए जाने की भी योजना पर मंथन चल रहा है.