विधायकों के फेरबदल को लेकर शिंदे और उद्धव गुट में फिर मचा घमासान
07 Jul 2023
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के सांसद संजय राउत ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली प्रतिद्वंदी शिवसेना के 17 से 18 विधायक एनसीपी नेता अजित पवार के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद से उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. मीडिया से बात करते हुए राउत ने कहा कि अजित पवार और अन्य एनसीपी नेता जब से सरकार में शामिल हुए हैं. उसके बाद से ही शिंदे खेमे के 17 से 18 विधायकों ने मातोश्री से संपर्क करने की कोशिश की है. बता दें कि इस से पहले संजय राउत के सहयोगी और लोकसभा सदस्य विनायक राउत ने भी दावा किया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार के एनडीए सरकार में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के विधायकों ने बगावत शुरू कर दी है. विनायक राउत ने कहा कि शिंदे की शिवसेना के कुछ विधायक संदेश भेज रहे हैं कि वह मातोश्री से माफी मांगना चाहते हैं। साथ ही विनायक राऊत ने कहा कि शिंदे गुट शिवसेना के कई विधायकों ने कहा है कि अगर मातोश्री उनसे संपर्क करता है तो वह सकारात्मक रूप से जवाब देंगे।
विनायक राउत ने बिना किसी का नाम लिए दावा किया है कि जो मंत्री बनना चाहते थे लेकिन नहीं बन सके और जिन्हें अगले मंत्रिमंडल विस्तार में अपनी कुर्सी जाने का खतरा है. वह हमारे संपर्क में हैं उन्होंने कहा जिस दिन अजित पवार सरकार में शामिल हुए शिंदे गुट के विधायकों ने विद्रोह करना शुरू कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पश्चिमी महाराष्ट्र, उत्तरी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कई विधायक जो शिंदे गुट में है वह संदेश भेज रहे हैं कि वह मातोश्री से माफी मांगना चाहते हैं और वापस शिवसेना उद्धव गुट में आना चाहते हैं। शिवसेना उद्धव गुट के नेताओं के बयान पर राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने पलटवार करते हुए सभी दावों को खारिज किया है और कहा कि वास्तव में उद्धव ठाकरे गुट के 13 में से 6 विधायक उनके संपर्क में हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तीन- चार विधायकों ने कल ही मुझसे बात की. और वो शिंदे गुट की शिवसेना में आना चाहते हैं। सामंत ने मुख्यमंत्री शिंदे के पद छोड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ है उसके लिए पहल मुख्यमंत्री शिंदे ने ही की थी.’ सामंत ने कहा कि हालात अब बदल चुके हैं. शिंदे गुट के कुछ विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री उनकी चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है.