चोरी और लूट का माल खरीदने वाली पार्टी के तौर पर बदनाम हो गई है भाजपा - सामना

 10 Jul 2023  871
संवाददाता/in24 न्यूज़।
महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष को लेकर जारी सियासी खेल में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है. एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के गठबंधन वाली सरकार में अचानक एनसीपी के अजीत पवार की एंट्री हो गई. जिससे माहौल और ज्यादा गरम हो गया है. इसी मुद्दे को लेकर उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना लगातार बीजेपी पर हमलावर है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एक बार फिर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए सामना के संपादकीय का टाइटल 'चोर बाजार के असली मालिक' दिया है और इसमें पीएम मोदी की तस्वीर लगाई गई है.शिवसेना ने सामना की संपादकीय में लिखा है कि कांग्रेस मतलब लूट की दुकान, झूठ का बाजार ऐसा जोरदार हमला प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में अपने एक कार्यक्रम में किया है. उनका ऐसा बोलना आम बात है प्रधानमंत्री को सही मायने में अपनी पार्टी के बारे में बोलना था लेकिन भूल से उनकी जुबान पर कांग्रेस का नाम आ गया. कांग्रेस अथवा अन्य राजनीतिक दल लूट की दुकान होंगे तो भाजपा लूट का माल खरीदकर अपना घर क्यों भर रही है? इसका खुलासा प्रधानमंत्री मोदी को करना चाहिए। मूलतः भाजपा अब राष्ट्रीय चोर बाजार हो गई है. चोरी और लूट का माल खरीदने वाली पार्टी के तौर पर बदनाम हो गई है.
         शिवसेना ने देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए सामना में लिखा कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री फडणवीस मोदी के आदेश का पालन करते हुए कहते हैं 'मैं फिर आऊंगा' ऐसा बोला था आते समय दो को लेकर आऊंगा। ये दो मतलब शिंदे - अजित पवार है। दोनों पर बेशुमार भ्रष्टाचार के आरोप हैं मतलब आते समय भ्रष्टाचार और लूट का माल लेकर आए हैं. ऐसा श्रीमान फडणवीस कहना चाह रहे होंगे। प्रधानमंत्री मोदी आठ दिनों पहले बोले थे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सबसे भ्रष्ट पार्टी है उसी एनसीपी को उन्होंने तुरंत अपने गोद में बैठा लिया । सामना की संपादकीय में आगे केसीआर का जिक्र करते हुए लिखा है कि अब मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव पर हमला बोला है केसीआर सरकार मतलब सबसे भ्रष्ट सरकार। ऐसा आरोप प्रधानमंत्री मोदी ने लगाया है अब हमें उस केसीआर पार्टी की चिंता है क्योंकि मोदी जिस पार्टी को भ्रष्ट कहते हैं अगले कुछ दिनों में वह पार्टी भाजपा का मित्र बनकर सत्ता में शामिल हो जाती है. अथवा भ्रष्ट पार्टी में फूट डालकर उसमें सबसे भ्रष्ट गुट को भाजपा वासी बनाया जाता है. यही भाजपा का राजनीतिक शिष्टाचार बन गया है.