बापू पर आपत्तिजनक टिप्पणी, नेहरू को बताया कर्तव्यहीन पीएम, संभाजी भिड़े हैं कि मानते नहीं
31 Jul 2023
493
संवाददाता/शुभम मिश्रा
जबसे शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान के प्रमुख और दक्षिण पंथ के नेता संभाजी भिड़े ने राष्ट्रपति महात्मा गांधी के पिता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, तबसे ही महाराष्ट्र में बवाल मचा हुआ है. बता दें कि अपने एक बयान में संभाजी भिड़े ने कहा था कि महात्मा गांधी के पिता करमचंद गांधी नहीं बल्कि एक मुस्लिम जमीदार थे. उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विधानसभा से लेकर महाराष्ट्र के शहरों और गांवों में जमकर बवाल देखने को मिला. कांग्रेस समेत विभिन्न संगठनों ने मुंबई पुणे, नासिक, अमरावती और यवतमाल समेत कई जिलों में मोर्चा खोल रखा है और जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान संभाजी भिड़े की ना सिर्फ गिरफ्तारी की मांग की जा रही है, बल्कि उनकी तस्वीर पर जूते चप्पल भी बरसाए जा रहे हैं. इसके अलावा संभाजी भिड़े के खिलाफ अमरावती के पेठ बाजार पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज करवाया गया है. लेकिन इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद भी संभाजी भिड़े हैं मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने अब महात्मा गांधी के बाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी है. यवतमाल में पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर दिए गए बयान में संभाजी भिड़े ने कहा कि पंडित नेहरू किसी भी तरह से भारत के प्रधानमंत्री बनने के लायक नहीं थे और ना ही उन्हें भारत से प्रेम था. संभाजी भिड़े यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि अखंड भारत के निर्माण में ना तो पंडित जवाहरलाल नेहरू का कोई योगदान था और ना ही उन्होंने कोई ऐसा कर्तव्य निभाया जिससे भारत के प्रधानमंत्री बनने के लायक रहे हों. इतना ही नहीं संभाजी भिड़े ने कहा कि चीन के साथ पंडित जवाहरलाल नेहरू ने जो पंचशील करार किया था वह देश के लिए घातक साबित हुआ और युद्ध के बाद चीन ने पूर्वोत्तर भारत के बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया है जिस पर आज का कोई भी सियासत दान बोलने को तैयार नहीं है. इसके अलावा संभाजी भिड़े ने महात्मा फुले जैसे कई समाज सुधारकों पर भी कई बार तल्ख टिप्पणी की है. बता दें कि विवादित टिप्पणी को लेकर संभाजी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन कर रही है..... इसके अलावा विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर संभाजी भिड़े को आश्रय देने का आरोप लगा रही है. वहीं विपक्षी पार्टियों के हमले के बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पहली बार संभाजी भिड़े के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता पर इस तरह का बयान देना कतई शोभनीय नहीं है, और किसी भी परिस्थिति में महात्मा गांधी का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा .इसके अलावा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने साफ साफ शब्दों में कहा है कि संभाजी भिड़े का बीजेपी से कोई संबंध नहीं है, उनका अपना संगठन है जिसके लिए वह काम कर रहे हैं. वैसे बता दें कि महाराष्ट्र में महापुरुषों पर सियासत का यह कोई नया अध्याय नहीं है. इससे पहले भी सावरकर और बाबा साहेब आंबेडकर जैसे देश हित में काम करने वाले महापुरुषों पर राजनेताओं की जुबान फिसल चुकी है. अब देखना ये दिलचस्प होगा की संभाजी भिड़े के बयान को लेकर महाराष्ट्र में शुरू हुआ ये घमासान कहां जाकर थमता है.