मध्य प्रदेश में चुनावी रणनीति बनाने में जुटा बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व
24 Aug 2023
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
मध्य प्रदेश में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व रणनीति बनाने में जुट गया है.राज्य में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव के अलावा नरेंद्र सिंह तोमर को रणनीति बनाने का जिम्मा दिया गया है.हालांकि नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री बनने से पहले मध्य प्रदेश में संगठन की कमान संभाल चुके हैं, चुनावों के ठीक पहले उन्हें राज्य की ज़िम्मेदारी सौंपना दिलचस्प है.कांग्रेस से बग़ावत कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनावों के लिए अपना ‘स्टार प्रचारक’ बनाया है.राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बार सबकुछ प्रदेश संगठन पर नहीं छोड़ना चाह रहा है.रविवार को ग्वालियर प्रवास के दौरान अमित शाह ने ग्वालियर- चंबल, संभाग के जिला अध्यक्षों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि राज्य में ‘एक एक सीट के दस - दस दावेदार’ हो गए हैं जबकि किसी एक को ही टिकट मिलना है.भारतीय जनता पार्टी ने 39 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है जिससे संगठन में ही विरोध खुलकर सामने आ गया है.उन्होंने कहा, “दूल्हा कैसा भी हो, उसकी बुराई न करें और संगठन के लिए ही काम करें.
अमित शाह ने विधानसभा की सीटों के ‘दूल्हों’ यानी उम्मीदवारों की बात तो की लेकिन ये स्पष्ट नहीं किया कि राज्य में पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा. इस सवाल अमित शाह का कुछ नहीं बोलना ‘सस्पेंस’ को और बढ़ा दिया है.रविवार को ही ग्वालियर में ही प्रदेश कार्य समिति की बैठक के दौरान उन्होंने सदस्यता अभियान की शुरुआत की जिसका ‘स्लोगन’ है – ‘एमपी के मन में मोदी’.साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीजेपी सरकार के ‘20 वर्षों के रिपोर्ट कार्ड’ को जारी करने के कुछ ही घंटों बाद कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ‘ईमानदार, लोकप्रिय’ और ‘मेहनती’ भी कहा.बाद में पत्रकारों के पूछने पर उन्होंने कहा, “पार्टी का जो काम है वो आप क्यों कर रहे हैं? शिवराज जी मुख्यमंत्री ही हैं. पार्टी का काम पार्टी करेगी.”पार्टी के नेता और राजनीतिक विश्लेषक उनके इस बयान की अपने अपने तरीक़े से व्याख्या करने में लग गए हैं.