क्या एनडीए से अलग होकर कांग्रेस को टक्कर देना चाहती है शिवसेना शिंदे गुट और जेजेपी ?

 26 Sep 2023  240
संवाददाता/in24 न्यूज़।
 
राजस्थान में बीजेपी के सामने कांग्रेस वाली चुनौती आ सकती है. महाराष्ट्र और हरियाणा में एनडीए के घटक दल शिवसेना शिंदे गुट और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में अकेले उतारने का फैसला किया है. ऐसे में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सामने कांग्रेस वाली चुनौती आ सकती है. आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के घटक दल आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए चुनौती बन सकती है. वहीं बीजेपी को राजस्थान में ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए गठबंधन के दो प्रमुख घटक दल शिवसेना शिंदे गुट और जननायक जनता पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव में अपने दम पर प्रत्याशी उतारने का मन बना रही है. दोनों दलों ने संकेत दिए हैं कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में वह एनडीए घटक दल के रूप में नहीं बल्कि अकेले चुनाव लड़ सकते हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी से राजस्थान में सीट देने की मांग की है. हालांकि बीजेपी द्वारा सीट देने से मना कर दिया गया है. हालही में कांग्रेस छोड़कर शिवसेना शिंदे गुट में आए पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने दावा किया है कि वह फिर से नई सरकार में मंत्री बनेंगे उनके इस बयान से कयास लगाए जा रहे थे कि वह बीजेपी से गठबंधन करना चाहते हैं. वहीं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि राजस्थान में राजेंद्र गुढ़ा से किसी किस्म का गठबंधन करने की कोई गुंजाइश नहीं है. हालांकि भाजपा के दूसरे बड़े नेता गठबंधन को लेकर कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं.
 
       सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेजेपी राजस्थान में बीजेपी से 30 सीटों की डिमांड कर रही है दुष्यंत चौटाला का तर्क है कि राजस्थान के जाटलैंड में उनके परिवार की अच्छी खासी फॉलोइंग है. साल 1989 में उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल राजस्थान के सीकर से ही लोकसभा चुनाव जीते थे उसके बाद चौटाला परिवार के ही दूसरे सदस्य अजय सिंह चौटाला भी 1990 में दांतारामगढ़ से चुनाव जीत कर राजस्थान विधानसभा में पहुंचे थे. दुष्यंत का आप दवा है कि सीकर जिले के फतेहपुर और दांतारामगढ़ विधानसभा सीट पर जेजेपी की मजबूत पकड़ है वहीं भाजपा भी फतेहपुर को अपने लिए आसान सीट मानती है। दूसरी तरफ राजस्थान विधानसभा चुनाव में शिवसेना शिंदे गुट भी बीजेपी से 10 सीट चाहती है. हालही में लाल डायरी प्रकरण के बाद अशोक गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री और झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने शिवसेना शिंदे गुट को ज्वाइन किया है। गुढ़ा चाहते हैं कि उनकी पार्टी का बीजेपी से गठबंधन हो जाए. लेकिन मौजूदा दौर में यह होना संभव नहीं दिख रहा है. बीजेपी के राजस्थान इकाई के नेता नहीं चाहते हैं कि वह शिवसेना शिंदे गुट और जेजेपी जैसी पार्टियों से गठबंधन किया जाए. राजस्थान बीजेपी के एक खेमे को लगता है कि वह शिवसेना शिंदे गुट और जेजेपी जैसी पार्टियों से समझौता करने पर इसका प्रतिकूल प्रभाव दिख सकता है जनता के मन में एक संदेश जा सकता है कि बीजेपी में अब पुरानी ताकत नहीं बची है।