मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिलने तक जारी रहेगी भूख हड़ताल - मनोज जरांगे पाटिल

 26 Oct 2023  738

संवददाता/in24 न्यूज़ 

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन और भूख हड़ताल शुरू हो गई है। राज्य सरकार को 40 दिन का दिया गया समय समाप्त होने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने आरक्षण की घोषणा होने तक अपना आंदोलन जारी रखने पर की चेतावनी दी है.जरांगे पाटिल ने यहां तक ​​कि पानी या कोई भी चिकित्सा उपचार नहीं लेने की कसम खाई और कहा कि राजनेताओं, विशेष रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आरक्षण मिलने तक गांवों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी मराठों को आरक्षण देने के लिए महाराष्ट्र सरकार को दी गई 40 दिन की समय सीमा बीत जाने के एक दिन बाद कार्यकर्ता मनोज जारांगे-पाटिल ने बुधवार को महाराष्ट्र के जालना जिले के अंतरवाली सराती में अपनी भूख हड़ताल फिर से शुरू कर दी है। मिली जानकारी के मुताबिक जारांगे पाटिल ने रविवार को सरकार से मंगलवार तक आरक्षण की घोषणा करने को कहा था, जिसके बाद सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने फोन कर जरांगे पाटिल से आंदोलन बंद करने का अनुरोध किया था। सरकार ने जरांगे पाटिल की मांग को स्वीकार करने का वादा करते हुए कहा है कि मराठा आरक्षण के लिए और कुछ दिनों का समय चाहिए।

      वहीं दूसरी तरफ जरांगे पाटिल ने आरक्षण की घोषणा होने तक अपना आंदोलन जारी रखने पर जोर दिया है. मंत्री गिरीश महाजन ने मनोज जारांगे पाटिल को जल्दबाजी के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि यह आरक्षण प्रदान करने के प्रयासों को फिर से प्रभावित करेगा। जरांगे पाटिल ने सरकार से अपनी बात से पीछे हटने पर सवाल उठाया। उन्होंने ने कहा आपने 30 दिन मांगे थे. हमने आपको 41 दिन का समय दिया. अब मामला क्या है? सरकार अपनी बात रखने में क्यों विफल हो रही है और अगर हमने अपना आंदोलन फिर से शुरू किया है तो इसमें क्या गलत है।” उन्होंने सितंबर में मराठों के विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने में देरी पर निराशा साधा है. उन्होंने अपनी पिछली 17 दिनों की भूख हड़ताल 14 सितंबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में इस आश्वासन के बाद समाप्त कर दी कि सरकार इस मामले पर 30 दिनों में फैसला करेगी। लेकिन अभी तक आरक्षण को लेकर को फैसला नहीं हुआ है।