कांग्रेस भ्रष्टाचार मिटाने और संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रही है : प्रियंका वाड्रा

 28 Oct 2023  338
संवाददाता/in24 न्यूज़।
मध्यप्रदेश चुनाव के पहले आज जनता का आह्वान करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान बचाने और भ्रष्टाचार मिटाने के मुद्दे की लड़ाई लड़ रही है, लेकिन जब तक जनता स्वयं जागरुक होकर सही दल को वोट नहीं करेगी, तब तक कुछ नहीं होगा। प्रियंका वाड्रा मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल के दमोह जिले में चुनावी सभा को संबोधित करने आईं थीं। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। प्रियंका ने कहा कि पहले नेताओं से सादा जीवन और सेवा की ज्यादा उम्मीदें थीं, पर अब लोगों की उम्मीदें कम हो रहीं हैं। अब ज्यादातर लोग सरकार से उम्मीद पालते हैं कि उनका जीवन थोड़ा आसान हो जाए, लेकिन वर्तमान में परिस्थिति अजीब सी हो गई हैं। बुंदेलखंड में पलायन का मुद्दा उठाते हुए प्रियंका वाड्रा ने कहा कि 45 साल में अभी सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। मध्यप्रदेश सरकार ने तीन साल में मात्र 21 रोजगार दिए हैं। बहुत से पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों से रोजगार मिलते थे, पर मौजूदा केंद्र सरकार ने वो उद्योगपतियों को सौंप दिए। छोटे उद्योगपतियों की कमर तोड़ दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पुरानी पेंशन लागू करने पर बात की, पर सरकार से जवाब मिला कि इसके लिए पैसे नहीं है। अगर पैसे नहीं है तो बड़े उद्योगपतियों का कर्ज कैसे माफ हुआ। पुरानी संसद की जगह 27 हजार करोड़ रुपए से नई संसद क्यों बना दी गई। इस दौरान उन्होंने जातिगत जनगणना का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सामाजिक न्याय के लिए ये मांग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं भी बड़े पदों पर ओबीसी के लोग नहीं हैं, पर सरकार गिनती करने के लिए तैयार नहीं है। महिला आरक्षण पर उन्होंने कहा कि सरकार 33 फीसदी आरक्षण की बात कर रही है, पर पता ये चला है कि आरक्षण दस साल लागू नहीं होगा। उन्होंने राजनीति में धर्म को शामिल किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये चुनाव के समय ही क्यों होता है! एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक ग्रामीण महिला अपना वोट धर्म के आधार पर डालने की बात कर रही थी, पर जब उन्होंने (श्रीमती वाड्रा ने) कहा कि धर्म की बात करने वाला आपका (उस महिला का) विधायक विकास की बात क्यों नहीं करता, तब उस महिला ने उनकी बात को स्वीकार किया। इस दौरान उन्होंने जातिगत जनगणना का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेय सामाजिक न्याय के लिए ये मांग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं भी बड़े पदों पर ओबीसी के लोग नहीं हैं, पर सरकार गिनती करने के लिए तैयार नहीं है। महिला आरक्षण पर उन्होंने कहा कि सरकार 33 फीसदी आरक्षण की बात कर रही है, पर पता ये चला है कि आरक्षण 10 साल लागू नहीं होगा। उन्होंने राजनीति में धर्म को शामिल किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये चुनाव के समय ही क्यों होता है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक ग्रामीण महिला अपना वोट धर्म के आधार पर डालने की बात कर रही थी, पर जब उन्होंने (श्रीमती वाड्रा ने) कहा कि धर्म की बात करने वाला आपका (उस महिला का) विधायक विकास की बात क्यों नहीं करता, तब उस महिला ने उनकी बात को स्वीकार किया। श्रीमती वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस वर्तमान में भ्रष्टाचार और संविधान बचाने के मुद्दे की लड़ाई लड़ रही है, पर जब तक जनता नहीं जागेगी, तब तक कुछ नहीं बदलेगा।