तालिबान के कब्जे के बाद महंगे हुए देश में ड्राई फ्रूट

 18 Aug 2021  613

संवाददाता/in24 न्यूज़
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तेजी से बदले हालात के कारण भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाला ड्राई फ्रूट का कारोबार ठहर गया है। तालिबान के अफगानिस्तान के सभी बॉर्डरों पर कब्जा करने के बाद भारत के ड्राई फ्रूट कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। इसका सीधा असर बाजार में बिकने वाले ड्राई फ्रूट की कीमतों पर दिखने लगा है। व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के दिल्ली-एनसीआर संयोजक सुशील कुमार जैन ने बताया कि भारत अफगानिस्तान से सूखे किशमिश, अखरोट, बादाम, अंजीर, पाइन नट, पिस्ता, सूखे खुबानी और खुबानी, चेरी, तरबूज और औषधीय जड़ी-बूटियां, फल आदि आयात करते हैं। वहीं, भारत चाय, कॉफी, काली मिर्च और कपास, खिलौने, जूते आदि अफगानिस्तान को निर्यात करता है। अफगान में सत्ता के उलटफेर और तालिबान के कब्जे के बाद मार्केट में कीमत बढ़ सकती हैं। दोनों देश के बीच आयात और निर्यात का सामान शिपमेंट फंस जाने की वजह से व्यापारियों को भारी नुकसान हो सकता है। जैन ने कहा कि जल्द ही अफगान में हालात सामान्य नहीं होते हैं तो व्यापार ठप हो सकता है, क्योंकि वहां स्थिति नियंत्रण के बाहर है। हवाई मार्ग निर्यात का मुख्य माध्यम है और यह बाधित हो चुका है। उन्होंने बताया कि खेल के क्षेत्र में कारोबार के लिए भारत के व्यापारियों को तीसरे देशों का सहारा लेना होगा लेकिन यह भी वहां की स्थिति पर निर्भर करेगा। निर्यात के साथ पैमेंट की समस्या भी कारोबारियों के सामने आएगी। बता दें कि भारत के साथ ड्राई फ्रूट का कारोबार अफगानिस्तान की लाइफ लाइन समझी जाती है। क्योंकि अकेले भारत के साथ ही साल में 2 हजार से लेकर 2.5 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है। अफगानिस्तान के बादाम, काजू, पिस्ता और अंजीर सहित एक दर्जन से ज्यादा उत्पाद भारत की मार्केट में बिकते हैं। अब तालिबान के कब्जे के बाद बने हालात से फिलहाल अफगानिस्तान के कारोबारियों को एडवांस दिए भारतीय कारोबारियों के करोड़ों रुपये फंस गए हैं।