अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाई तालिबान में शामिल

 21 Aug 2021  547

संवाददाता/in24 न्यूज़
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की स्थिति दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है। तालिबानी लड़ाके हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इसी बीच तालिबान के डर से देश छोड़कर भागने वाले पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी को बड़ा झटका लगा है। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाई हशमत गनी अहमदजई अब तालिबान के साथी हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक अशरफ गनी के भाई हशमत गनी तालिबानियों के साथ मिल गए हैं और उन्होंने आतंकी संगठन का हर संभव मदद करने का भरोसा जताया है। बता दें कि काबुल पर तालिबान के कब्जे से ठीक पहले अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए थे। हशमत गनी अफगानिस्तान की राजनीति और कूटनीति को अच्छी तरह से जानते हैं। इसका फायदा सीधे-सीधे तालिबान को मिलेगा। बताया जा रहा है कि हशमत गनी पहले से ही तालिबान को समर्थन देने का फैसला कर चुके थे और जैसे ही अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुआ कि वह आतंकी संगठन के साथ जुड़ गए। हालांकि, अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति कौन होगा इसको लेकर तालिबान के नेताओं के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। बताया जा रहा है कि मुल्ला बरादर को पहले तालिबान राष्ट्रपति बनाना चाहता थे, लेकिन आतंकी संगठन के भीतर ही बरादर के खिलाफ आवाज उठने पर उसे राष्ट्रपति नहीं बनाया गया। बता दें कि अशरफ गनी इस समय अपने परिवार के साथ संयुक्त अरब अमीरात में हैं। पहले वह पड़ोसी देश ताजिकिस्तान गए थे लेकिन यहां उनके विमान को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई। गनी ने बाद में अपने देश छोड़कर जाने का बचाव भी किया और कहा कि उनके पास और कोई विकल्प नहीं था और वह देश के भविष्य के लिए विकास योजनाओं में योगदान देना जारी रखेंगे।