फ्रांस के लग्जरी Group Chanel की CEO बनीं भारतीय मूल की लीना नायर
15 Dec 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
दुनिया के अनेक हिस्सों में आज भारतीय मूल की महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं. इनमें से एक ऐसा ही नाम है लीना नायर का। फएमसीजी कंपनी यूनिलीवर की चीफ ह्यूमन रिसॉर्सेज ऑफिसर भारतीय मूल की लीना नायर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें अब फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल ने मंगलवार को लंदन में अपना नया ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव (CEO) नियुक्त किया है। यूनिलीवर ने एक बयान में इसकी जानकारी दी। शनैल ने बताया कि लीना नायर जनवरी 2022 से कंपनी में शामिल होंगी। लीना नायर ने ट्वीट किया कि मैं एक प्रतिष्ठित और प्रशंसित कंपनी शनैल का वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त होने पर सम्मानित और सम्मानित महसूस कर रही हूं। नायर ने कहा कि वो शनैल के लिए बहुत प्रेरित हैं। लीना नायर अब भारतीय मूल के व्यक्तियों के उस क्लब में जुड़ गई हैं जिसमें पहले से सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और पराग अग्रवाल जैसे शख्सियत पहले से मौजूद हैं। दुनिया की बड़ी कंपनियों में भारतीयों का बोलबाला बढ़ रहा है। गूगल अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष सत्य नडेला और पराग अग्रवाल हैं जो अभी-अभी ट्विटर के सीईओ बने हैं। पिछले महीने ही नायर को फॉर्च्यून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमन लिस्ट में शामिल किया था। फैशन जगत की बेहतरीन कंपनियों में शुमार शनैल की सीईओ बनने जा रहीं लीना नायर ने यूनिलीवर से इस्तीफा देने के बाद कहा कि वो यूनीलीवर में अपने लंबे कार्यकाल के लिए आभारी हैं। उन्होंने कहा कि यूनीलीवर 30 सालों से उनका घर जैसा रहा है। लीना ने कहा कि यूनीलीवर ने मुझे वास्तव में संगठन में सीखने, बढ़ने और योगदान करने के कई अवसर दिए। वो यहां चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर कार्यरत थीं। महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली लीना नायर की स्कूलिंग होली क्रॉस कॉन्वेंट स्कूल से हुई है। इसके बाद सांगली के वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की। इसके बाद झारखंड के जमशेदपुर स्थित जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से उन्होंने एमबीए की डिग्री ली। XLRI में लीना गोल्ड मेडलिस्ट भी रहीं। साल 2013 में नायर को एंग्लो-डच कंपनी के लंदन दफ्तर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डवलेपेंट का ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था। इस कंपनी के बाद साल 2016 में उनका पड़ाव यूनीलीवर पहुंचा। वो यहां की पहली महिला और सबसे कम उम्र की सीएचआरओ बनीं। नायर ने 30 साल पहले, 1992 में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी करियर की शुरुआत की थी। इस कंपनी में वो काम करते हुए 2016 में CHRO के पोस्ट तक पहुंचीं। यह सारी उपलब्धि उनकी प्रतिभा की बदौलत ही हो पाई है।