चीनी सेना के चंगुल से छूटे युवक ने बताई चीनी सेना के बर्बरता की कहानी
03 Feb 2022
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संवाददाता/ in24 न्यूज़
चीन (china) द्वारा बंधक बनाए गए युवक अब भारत (india) अपने घर पहुंच गए है. इस युवक का नाम मिराम है जो अरुणाचल प्रदेश (arunachal pradesh) में रहता है और जिसकी उम्र 17 साल है. घर पहुंचने के बाद मिराम ने अपने ऊपर बीती एक एक घटना बताई, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। मिराम के ऊपर चीनी सैनिकों ने मानवता की हद पार कर देने वाला जुल्म ढाया, भारत को सौंपने से पहले चीनी सैनिकों ने उसे 8 दिन तक टॉर्चर किया। मिराम करीब 200 घंटे तक चीनी सेना के हिरासत में था.
मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में 17 साल के मिराम ने कहा कि, मुझे नहीं पता था कि वे मुझे भारतीय इलाके में ले जा रहे थे या कहीं और। मुझे लगा कि वे मुझे अपने शहर ले जाएंगे और मुझे मार डालेंगे। चीनी सैनिकों आंख पर पट्टी बांधकर मुझे एक कैंप में ले गए। मैं डर गया था, लेकिन डर के मारे रो भी नहीं पा रहा था और कांप रहा था।
मिराम ने आगे कहा कि, उन्होंने मुझसे कुछ बातें की लेकिन मैं उनकी भाषा नहीं समझ पा रहा था, इसलिए मैं वहीं बैठ गया। जिसके बाद उन्होंने मुझे लात मारना शुरु कर दिया। फिर दो बार बिजली के झटके भी दिए। कुछ दिन पहले मिराम ने अपने पिता को बताया कि हाथ-पैर और आंखों की पट्टी सिर्फ उस वक्त हटाई जाती थी, जब खाने का वक्त हो या टॉयलेट जाना हो।
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश के जिंदों गांव का रहने वाला मिराम 18 जनवरी को अपने एक दोस्त जॉनी के साथ LAC बॉर्डर के पास शिकार करने गया था। यहां उन दोनों को चीनी सेना ने घेर लिया। मिराम के दोस्त जॉनी के पास बंदूक थी। जॉनी ने सैनिकों पर बंदूक तान दी और घेरे से भाग निकला लेकिन मिराम को सैनिकों ने पकड़ लिया। मिराम के दोस्त ने गांव पहुंचकर उसके पिता और भारतीय सेना को इसकी सूचना दी। हालांकि, लेकिन चीन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। बाद में 20 जनवरी को चीनी सेना ने अज्ञात नाबालिग के मिलने की बात मानी थी और उनके भारतीय होने की पुष्टि भी की। भारत लौटने के बाद मिराम को एक वाहन से अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे तीन दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया।