यूक्रेन में फंसे छात्रों ने पीएम से लगाई बचाने की गुहार

 04 Mar 2022  490
संवाददाता/ in24 न्यूज़
 
यूक्रेन में फंसे छात्रों को भारत सरकार 'ऑपरेशन गंगा' मिशन के तहत वापस ला रही है, बावजूद इसके अलग-अलग हिस्सों में फंसे भारतीय छात्र सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। यूक्रेन के सूमी में स्थित हॉस्टलों में फंसे छात्र-छात्राओं ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाया और कहा कि अगर उन्हें नहीं बचाया गया तो वे मारे जाएंगे।
 
सूमी इलाके में कई छात्र फंसे हुए हैं, तो वहीं कुछ छात्रों ने वीडियो बनाकर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। वीडियो में एक छात्र कहता नजर आ रहा है कि, हम सूमी में फंसे हुए हैं, जो रूसी बॉर्डर से 40-50 किमी दूर स्थित है। बाहर हर तरफ स्नाइपर लगे हुए हैं। हर एक घंटे में यहां हवाई हमले हो रहे हैं। बाहर का तापमान माइनस में है, हम यहां से कैसे निकले? कुल मिलाकर यहां 800-900 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। हम भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं, हम नरेंद्र मोदी से गुहार लगा रहे हैं, हमें यहां से निकाला जाए, नहीं तो हम यहां मर जाएंगे। प्लीज हमें रेस्क्यू कीजिए, हमारे पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं है, प्लीज हमारी मदद कीजिए।
 
 
छात्रों का कहना है कि उनके पास खाने पीने का जो सामान है वह खत्म हो रहा है, अगर जल्द ही कुछ नहीं किया गया तो स्थिति बदतर हो जाएगी और वे 'शव में बदल जाएं', सरकार को उन्हें बचाना चाहिए।
 
 
तो वहीं महक शेख नामकी एक छात्रा ने एक पोस्ट में लिखा कि, 'पूरे शहर में अंधेरा छाया हुआ है, बिजली पानी कुछ नहीं है और पास में कई धमाके हो रहे हैं। नेटवर्क भी धीमा है।' इसके अलावा एक अन्य छात्रा राधिका सांगवान ने कहा कि सूमी में 700-800 छात्र फंसे हैं और उन्हें निकाले जाने का कोई पुष्ट समाचार नहीं है। सांगवान ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'मैं यूक्रेन के सूमी में एक छात्र हूं। सूमी में 700 से 800 छात्र हैं। हमले का यह सातवां दिन है और हमें निकालने के प्रयास की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। तनाव, भय और परेशानी ने हमें घेरा हुआ है। कृपया मदद करें।'