टोक्यो में मिले पीएम मोदी और जो बाइडेन, कोरोना प्रबंधन के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने की पीएम मोदी की तारीफ

 24 May 2022  651

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज क्वाड लीडर्स समिट में हिस्सा लेने टोक्यो पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोरोना प्रबंधन के लिए पीएम मोदी की तारीफ की। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडेन की पीएम मोदी से यह दूसरी मुलाकात है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि मुझे खुशी है कि हम यूएस डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन के लिए भारत में इस छोटे से काम को जारी रखने, वैक्सीन उत्पादन, स्वच्छ ऊर्जा पहल का समर्थन करने के लिए समझौता कर चुके हैं। मुझे खुशी है कि हम इंडो-यूएस वैक्सीन एक्शन प्रोग्राम का रिन्यू कर रहे हैं। जो बाइडेन ने कहा कि हमने यूक्रेन में रूस के क्रूर और गैर-औचित्यपूर्ण हमले के प्रभाव पर भी चर्चा की। इसका दुनियाभर पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर भी बात की गई। भारत और अमेरिका इसके नकारात्मक प्रभाव को खत्म करने के लिए करीबी सलाह कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि भारत-अमेरिका साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे। मैं भारत-अमेरिका सहयोग को दुनिया में सबसे करीबी बनाना चाहता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के दौरान कहा, आपसे मिलकर मुझे हमेशा खुशी होती है। हमारे बीच ट्रेड में लगातार विस्तार होता जा रहा है। हम टेक्नोलोजी और वैश्विक स्तर पर काम कर रहे हैं। मुझे विश्वास है भारत और अमेरिका की मित्रता ठोस बनी रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि हमने साथ में एक सकारात्मक और उपयोगी क्वाड बैठक की। भारत और अमेरिका की भागीदारी सही मायने में विश्वास की भागीदारी है। हमारे साझा हितों और मूल्यों ने हमारे दोनों देशों के बीच विश्वास के इस बंधन को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि हम हिंद-प्रशांत पर, द्विपक्षीय स्तर पर और समान विचारधारा वाले देशों के साथ समान विचार साझा करते हैं ताकि हमारी साझा चिंताओं की रक्षा के लिए काम किया जा सके। आज की हमारी चर्चा इस सकारात्मक गति को गति देगी।पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लोगों से लोगों के बीच संबंध और मजबूत आर्थिक सहयोग भारत-अमेरिका साझेदारी को अद्वितीय बनाते हैं। हमारे व्यापार और निवेश संबंध भी लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन वे हमारी क्षमता से कम हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि अमेरिकी निवेश प्रोत्साहन समझौते के समापन के साथ हम अपने दोनों देशों के बीच निवेश में ठोस प्रगति देखेंगे। बता दें कि इस मुलाक़ात से चीन बौखला गया है।