श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर भागे

 13 Jul 2022  436

संवाददाता/in24 न्यूज़.
विद्रोह के बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए हैं जानकारी के मुताबिक, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे बुधवार तड़के सैन्य विमान से देश छोड़कर भाग निकले. समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने इमिग्रेशन अधिकारी का हवाला देते हुए बताया है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे, उनकी पत्नी और दो सुरक्षाकर्मी श्रीलंका वायुसेना के विमान में सवार होकर मालदीव की राजधानी माले निकल गए. इमिग्रेशन सूत्रों के मुताबिक राजपक्षे, उनकी पत्नी और दो अंगरक्षक एंटोनोव-32 सैन्य विमान में सवार चार यात्रियों में शामिल थे.जिन्होंने श्रीलंका के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी. माले में एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने कहा कि मालदीव पहुंचने पर उन्हें पुलिस सुरक्षा के तहत एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया. बता दें कि गोटाबाया राजपक्षे देश में चल रहे भारी विरोध प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति पद से अपना इस्तीफा देने पर राजी हो गए थे. लेकिन रायटर्स ने बताया कि, श्रीलंका के पार्टियामेंट्री स्पीकर ने बताया कि राष्ट्रपति का इस्तीफा मिलना अभी बाकी है. रायटर्स ने मंगलवार को बताया कि जब 20 जुलाई को पार्लियामेंट में चुनाव होगा तो श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी अपने नेता साजिथ प्रेमदासा को देश का अगला राष्ट्रपति चुनेंगे.बता दें कि राष्ट्रपति के रूप में, गोटेबाया राजपक्षे को गिरफ्तारी से छूट प्राप्त है, ऐसा माना जा रहा है कि हिरासत में लिए जाने की संभावना से बचने के लिए वह देश छोड़कर भाग गए हैं. बता दें कि राजपक्षे इससे पहले भी देश छोड़ने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन तब उन्हें इमीग्रेशन अधिकारियों की तरफ से गतिरोध का सामना करना पड़ा था. इमीग्रशन अधिकारी वीआईपी सेवाओं से हट गए और उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्रपति को सार्वजनिक काउंटर से गुजरना होगा, लेकिन इसके लिए राजपक्षे तैयार नहीं थे. इसके बाद उन्होंने एक नेवी पेट्रोल क्राफ्ट में द्वीप छोड़ने के बारे में सोचा था. गौरतलब है कि नौ जुलाई को हजारों प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में घुस गए लेकिन इससे पहले ही राजपक्षे आवास से निकल गए. उसके बाद से ही उनकी लोकेशन के बारे में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे. राष्ट्रपति के देश छोड़ कर जाने की खबर ऐसे समय में आई है जब उन्हें अपनी घोषणा के मुताबिक 13 जुलाई को इस्तीफा देने की बात कही थी. लेकिन अब राष्ट्रपति के देश छोड़कर चले जाने के बाद उनके इस्तीफे को लेकर भी सवाल खड़े  हो गए हैं. हालांकि मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि राजपक्षे ने अपने त्याग पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. बता दें कि श्रीलंका में अभी भी हाहाकार मचा हुआ है.