म्यांमार में बुधवार के दिन इनसेन जेल के पार्सल काउंटर पर बड़ा धमाका हुआ जिसके बाद गोलीबारी भी शुरू हो गयी. इन धमाकों और गोलीबारी में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए. समाचार पोर्टल के मुताबिक, सुबह साढ़े नौ बजे के करीब जेल में एक पार्सल काउंटर के पास दो विस्फोटों और गोलियों की आवाज के बाद इनसेन जेल में तीन अफसरों और पांच आगंतुकों की मौत हो गई. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि धमाकों के पीछे क्या कारण हो सकता है. एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक धमाकों के जवाब में सैनिकों ने भी जेल में गोलीबारी की. एक गवाह ने बताया कि मैंने जैसे ही धमाके की आवाज सुनी, मैं भागने लगा और तभी अचानक मुझे चोट लग गई. प्रवेश द्वार पर सैनिकों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं. बीबीसी बर्मीज के मुताबिक, घायल हुए जेल कर्मचारियों को जेल से निकाल लिया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज पास की दुकानों में किया गया. ज्ञात हो कि इनसेन जेल म्यांमार देश की सबसे कुख्यात जेल है और पिछले साल के सैन्य तख्तापलट के बाद से हजारों राजनीतिक कैदियों को यहां भेजा गया है. नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की की पार्टी के नेतृत्व वाली निर्वाचित सरकार को पिछले साल सेना द्वारा उखाड़ फेंकने के बाद से म्यांमार अराजकता में है और लोगों में असंतोष है. वर्तमान में म्यांमार के इनसेन जेल में करीब 10 हजार कैदी मौजूद हैं. इनमें से कई राजनीतिक कैदी भी यहां बंद हैं. अब तक सैन्य शासन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस घटना के पीछे क्या मकसद है, लेकिन माना जा रहा है कि लोगों के बीच पनपे असंतोष और सियासी कारणों से भी गुरिल्ला मोर्चे (पीडीएफ) द्वारा ये धमाके किए जा सकते हैं. खबरों के मुताबिक पिछले सौ साल से भी पुरानी इस जेल में कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है. फिलहाल म्यांमार के इनसेन जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है, वहीं मामले की जांच जारी है.