पूरी दुनिया में फैल रही व्हाइट लंग सिंड्रोम नाम की रहस्यमय बीमारी

 02 Dec 2023  828

ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई 

इन दिनों विश्व स्तर पर फैल रही व्हाइट लंग सिंड्रोम' नामक एक रहस्यमय बीमारी लोगो के लिए चिंता का सबब बनती जा रही है. कुछ मामले यूरोप, अमेरिका और चीन में सामने आए हैं. द मिरर के अनुसार, डेनमार्क में व्यापक प्रकार का निमोनिया पहले ही'महामारी' स्तर तक पहुंच चुका है. बता दें कि अमेरिका के ओहायो में 'व्हाइट लंग सिंड्रोम' के 142 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इस बात की पुष्टि वॉरेन कंट्री हेल्थ डिस्ट्रिक्ट की ओहायो डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ' के अनुसार इसे आउट ब्रेक करार दिया जा सकता है. हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि यह एक नई सांस से जुड़ी बीमारी है. व्हाइट लंग सिंड्रोम एक प्रकार का निमोनिया है जिसके कारण फेफड़ों में सूजन आ जाती है. यह बीमारी इस समय विशेष रूप से बच्चों में व्याप्त है। संयुक्त राज्य अमेरिका के ओहियो में पिछले महीने बच्चों में निमोनिया के 150 मामले दर्ज किए गए. इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, खांसी और थकान शामिल हैं. कुछ मामलों में, व्यक्ति को सांस की तकलीफ और कफ का भी अनुभव हो सकता है, एक विशेष प्रकार का बलगम जो फेफड़ों और गले में उत्पन्न होता है. व्हाइट लंग सिंड्रोम का सबसे अधिक खतरा बच्चों को है. प्रभावित होने वाले बच्चों की औसत उम्र 8 साल के आसपास है और इसमें सबसे छोटे बच्चे 3 साल के हैं. ये बच्चे टेस्ट माइकोप्लाज्मा निमोनिया, स्ट्रेप और एडेनोवायरस के लिए भी पाए गए हैं. द मिरर के अनुसार, व्यापक प्रकार का निमोनिया पहले ही डेनमार्क में 'महामारी' स्तर तक पहुंच चुका है. इस बीच, नीदरलैंड ने विशेष रूप से बच्चों में व्हाइट लंग सिंड्रोम के मामलों में वृद्धि की सूचना दी है. द मेट्रो के अनुसार, व्हाइट लंग सिंड्रोम माइकोप्लाज्मा निमोनिया, एक जीवाणु संक्रमण के कारण होता है. नियमित रूप से हाथ धोने, छींकने या खांसने के दौरान मुंह ढकने और बीमार होने पर घर पर रहकर भीड़-भाड़ से बचे इससे व्हाइट लंग सिंड्रोम को रोका जा सकता है. स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट (एसएसआई) के वरिष्ठ शोधकर्ता हैन-डोर्थे एम्बॉर्ग के अनुसार, व्हाइट लंग सिंड्रोम के मामले असामान्य नहीं हैं. सूत्री के मुताबिक इस बार कोविड-19 महामारी के कारण कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण बच्चों में मामले विशेष रूप से प्रचलित हैं. व्हाइट लंग सिंड्रोम के मामलों में वैश्विक वृद्धि, एक प्रकार का निमोनिया, ऐसे समय में हुआ है, जब उत्तरी चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं.