कनाडा में भारतीय मूल के नेता जगमीत आतंकी फंडिंग में शामिल
26 Oct 2019
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
कनाडा के दूसरे सबसे बड़े राजनीतिक दल के नेता हाल ही में आए चुनावी नतीजों के बाद वहां एक किंगमेकर साबित हो सकते हैं. मगर नई दिल्ली के लिए वह भारत में अपनी गहरी पंजाबी जड़ों के बावजूद खालिस्तान और पाकिस्तान समर्थक बने हुए हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा हाल ही में तैयार किए गए डोजियर में कहा गया है कि न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत न केवल कनाडा में न केवल खालिस्तानी कार्यकर्ताओं को पनाह देते हैं, बल्कि वह अमेरिका में भारत विरोधी आंदोलन का नेतृत्व भी करते हैं. बताया जा रहा है कि जगमीत का हाथ भारत द्वारा जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को हटाने के बाद इसी तरह के आंदोलन में भी रहा है. अप्रवासी भारतीय माता-पिता के पुत्र जगमीत ने 2013 में ओंटारियो में खालिस्तान समर्थक कार्यकतार्ओं का एक सम्मेलन आयोजित किया था, जिसका उद्देश्य विदेश में भारत की छवि को खराब करना था. दो साल बाद 2015 में वह एनडीपी के विधायक बनने के बाद सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तान समर्थक रैली में दिखाई दिए. उन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाले की प्रशंसा भी की. जगमीत सिंह (40) 2012 से भारतीय खुफिया एजेंसियों की रडार पर हैं. खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी, की एक विशेष रिपोर्ट के आधार पर जगमीत को 2013 में उनके भारत-विरोधी रूख के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया गया था. रॉ ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि सिंह पाकिस्तान से संचालित खालिस्तानी संगठनों का वित्तपोषण कर रहा था. वह यूरोप के विभिन्न देशों में स्थित प्रमुख खालिस्तानी और कश्मीरी अलगाववादी समूहों से भी जुड़ा हुआ है. ताजा रिपोट्र्स से पता चलता है कि जगमीत सिंह कनाडा में खालिस्तानी और कश्मीरी अलगाववादियों को एक ही छत के नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने ओंटारियो में अपने आवास पर इस सिलसिले में एक बैठक भी की. मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के बाद सिंह ने कश्मीर पर पाकिस्तान समर्थक प्रचार के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया था.