भारत का अंतरिक्ष अभियान गैर-जिम्मेदाराना : फवाद चौधरी

 03 Dec 2019  1122

संवाददाता/in24 न्यूज़।  
भारत की तकनीकी उपलब्धि देखकर पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय संगठनों से कहा कि वे भारत के अंतरिक्ष अभियान को संज्ञान में लें, जिसे उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना करार दिया. फवाद चौधरी को बड़बोलेपन के लिए जाना जाता है और माना जाता है कि वह प्रधानमंत्री इमरान खान के खास हैं. चौधरी ने ट्वीट किया कि भारत अंतरिक्ष मलबे का एक बड़ा स्रोत बनता जा रहा है, भारत का गैर जिम्मेदार अंतरिक्ष मिशन पूरे पारिस्थितिक तंत्र के लिए खतरनाक हैं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों को इस पर गंभीरता के साथ ध्यान देने की जरूरत है.” फवाद चौधरी का ट्वीट नासा द्वारा ये बताने के कुछ घंटों बाद आया कि चंद्रमा की परिक्रमा करने वाले उसके अंतरिक्ष यान को चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का मलबा मिला है। करीब तीन महीने पहले भारत ने चंद्रमा की सतह पर इस लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की थी. बता दें कि अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम लैंडर को खोज निकाला है. नासा ने तस्वीर जारी करके इस बारे में जानकारी दी. हालांकि, नासा ने जो तस्वीर जारी की है उसके मुताबिक विक्रम लैंडर का मलबा मिला है. यानी क्रैश लैंडिंग होने के बाद विक्रम लैंडर पूरी तरह टूट गया. चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की तस्वीरें नासा के एलआरओ सैटेलाइट ने ली है. इस तस्वीर के मुताबिक 6 सितंबर को क्रैश हुआ विक्रम लैंडर कई हिस्सों में टूट गया. विक्रम लैंडर का मलबा भी कई दर्जन हिस्सों में बंट गया. इस क्रैश लैंडिंग के असर का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विक्रम लैंडर के टुकड़े कई किलोमीटर तक फैल गए. इसके साथ ही चांद की मिट्टी भी कई किलोमीटर दूर तक उछल गई. एक बयान में, नासा ने कहा कि उसने 26 सितंबर को साइट की एक मोज़ेक छवि जारी की थी. जनता को लैंडर के संकेतों की खोज करने के लिए आमंत्रित किया.