दुनिया के सबसे पुराने ज्ञात जीवाश्म वन का पता चला

 23 Dec 2019  949

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
दुनिया के सबसे पुराने ज्ञात जीवाश्म वन को अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य में एक बलुआ पत्थर की खदान में खोजा गया है. वैज्ञानिकों का मानना हैं कि इन जीवाश्म वन के अध्यन से यह पचा चल सकेगा कि पेड़ किस तरह से पृथ्वी को बदलते हैं. बिंघमटन विश्वविद्यालय और न्यूयॉर्क राज्य संग्रहालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक, काहिरा शहर में पाया जाने वाला जंगल, न्यूयॉर्क से लेकर पेन्सिलवेनिया और उससे आगे तक फैला होगा. अध्यनकर्ताओं ने इसे 386 मिलियन साल पुराना है. अध्यनकर्ताओं के अनुसार, ये जंगल अब तक के ज्ञात जंगलो से 20-30 लाख साल पुराने है. बता दें कि अभी तक गिल्बोआ स्थित जंगलों को पृथ्वी पर मौजूद सबसे पुराने जंगलो के तौर पर देखा जाता है और यह जंगल भी न्यूयॉर्क राज्य में के काहिरा क्षेत्र में ही है. कार्डिफ विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ अर्थ एंड ओशन साइंसेज से कहा है,'ये जीवाश्म जंगल बेहद दुर्लभ हैं. क्रिस बेरी ने आगे कहा कि वास्तव में यह समझने के लिए कि पेड़ों ने वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को कैसे निकालना शुरू किया, हमें बहुत शुरुआती जंगलों के पारिस्थितिकी और आवास को समझने की जरूरत है. अध्यनकर्ताओं की मानें तो जंगल काफी खुला हुआ होगा. इतना ही नहीं जीवाश्मों में एक पेड़ का भी पता चला एक पेड़ जिसे आर्कियोपेरिटिस कहा जाता है, देखने में को एक चीड़ जैसा ही लगता है लेकिन इसकी शाखाएं चीर से पेड़ से काफी अगल रही होंगी. इसके बारे में बेरी ने कहा कि यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे हम तुरंत एक आधुनिक पेड़ के रूप में पहचान सकते हैं.' अध्यनकर्ताओं का दावा है कि यह जीवाश्म 41.9 से 35.9 करोड़ साल पहले के हैं. वहीं जो अवशेषों मिले हैं उनके निशारों के आधार पर इस बात का दावा किया जा रहा है कि पहले पेड़ 65 फीट से अधिक ऊंचे हुआ करते थे. वैज्ञानिकों का मानना है कि वनों का उद्भव पृथ्वी के इतिहास में सबसे परिवर्तनकारी घटनाओं में से एक है, जो पारिस्थितिकी, वायुमंडलीय CO2 स्तरों और जलवायु में स्थायी परिवर्तन को चिह्नित करता है. जंगलों से पहले, CO2 का स्तर बहुत अधिक था और पृथ्वी की जलवायु बर्फ से ढंकी नहीं थी. लगभग 350 मीटर पहले देवोनियन अवधि के अंत तक, ग्लेशियर थे और इसके तुरंत बाद, ध्रुवीय बर्फ स्थायी हो गई.