कोरोना से बौखलाए ट्रंप ने मांगी भारत से दवाईयां भेजने की मदद

 07 Apr 2020  784

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
हाल ही में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत आए थे तब पूरे भारत ने उनका स्वागत किया था. ट्रंप भी बहुत सी अच्छी यादें और अनुभव लेकर लौटे. मगर अब कोरोना वायरस के कहर के बीच उन्होंने भारत से मदद तो मांगी है. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि दवाइयां नहीं मिलीं तो प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहें. बता दें कि कोरोना से घबराए अमेरिका के सामने मदद मांगने की नौबत आ गई है और अमेरिका लगातार भारत से मदद मांग रहा है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की सप्लाई अमेरिका करने की मांग की है. चार अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन किया. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कोरोना वायरस पर चर्चा हुई. साथ ही ट्रंप ने दवाई की सप्लाई फिर शुरू करने को कहा था. मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रविवार की सुबह मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी, मैंने उनसे कहा था कि अगर आप हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई शुरू करते हैं, तो काफी अच्छा होगा, लेकिन अगर वो ऐसा नहीं करते तो प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहें। बता दें कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा मलेरिया के लिए एक कारगर दवा है. जिसका प्रयोग भारत में कई दशक से हो रहा है. यही नहीं भारत दुनिया का ऐसे पहला देश है जो हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की प्रमुख निर्यातक भी है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप को इस दवाई की सप्लाई का आश्वासन दिया गया था. इस बातचीत के बाद भारत सरकार ने 12 एक्टिव फार्माटिकल इनग्रीडियंट्स के निर्यात पर लगी रोक को हटा दिया है, जिसके बारे में जानकारी साझा की गई. दरअसल, विदेश व्यापार महानिदेशालय ने 25 मार्च को इस दवा के निर्यात पर रोक लगा दी थी. हालांकि, डीजीएफटी ने कहा था कि मानवता के आधार पर इस दवा की कुछ सप्लाई की अनुमति दी जा सकती है. अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के साढ़े तीन लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और दस हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.