विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका ने तोड़ा रिश्ता

 30 May 2020  614

संवाददाता/in24 न्यूज़.      
आज जिस तरह दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है उसका सबसे बड़ा दोषी चीन है. अमेरिका ने एक बार फिर से चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन की तरफदारी करने का आरोप लगाते हुए रिश्ता तोड़ने की घोषणा कर दी. ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से ऐसे समय में रिश्ता खत्म करने का ऐलान किया है, जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी की मार झेल रही है. राष्ट्रपति ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ पर चीन की तरफदारी करने और चीन का कब्जा लगाने का आरोप लगाए हुए नाता तोड़ दिया. यही नहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन के खिलाफ नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है. जिसमें हांगकांग में प्रशासन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के अमेरिका आवाजाही पर पाबंदियां लागू करने के साथ कई छूट खत्म करने की घोषणा की है. अमेरिका का आरोप है कि, कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन का साथ दिया है और उसके इशारों पर काम किया है. साथ ही पूरी दुनिया को गुमराह करने के लिए दबाव भी डाला है. अमेरिका का आरोप है कि डब्ल्यूएचओ बदलाव की प्रक्रिया शुरू करने में नाकाम रहा है और इसलिए हम विश्व स्वास्थ्य संगठन से अपने सारे संबंधों को खत्म कर रहे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन डब्ल्यूएचओ को हर साल चार करोड़ डॉलर का भुगतान करता है, बावजूद इसके विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन के इशारे पर काम कर रहा है और हम हर साल 45 करोड़ डॉलर देते हैं लेकिन हमारी बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ से सुधार को लेकर जो सिफारिश की गई थी उसे लागू नहीं किया गया, इसलिए अमेरिका डब्ल्यूएचओ से अपना रिश्ता तोड़ रहा है.