कोरोना से बचने के लिए फेस मास्क पर बहुत भरोसा नहीं : डब्ल्यूएचओ
06 Jun 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज हर तरफ कोरोना से बचने के लिए हैंड ग्लव्स और फेस मास्क का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फेस मास्क को लेकर एक चेतावनी जारी की है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना से बचने के लिए फेस मास्क पर बहुत भरोसा नहीं किया जा सकता है. डब्ल्यूएचओ ने मास्क पहनने संबंधी कई नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इसकी गाइडलाइंस में कहा गया है कि लोगों को मास्कऐसी जगहों पर पहनना चाहिए जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया जा सकता. डब्ल्यूएचओ ने यह भी बताया कि फेस मास्क किन लोगों को पहनने चाहिए और किन परिस्थितियों में पहने जाने चाहिए. इसके अलावा यह भी बताया कि इनकी बनावट कैसी होनी चाहिए. डब्ल्यूएचओ ने मास्क की क्वालिटी को लेकर कहा कि फेस मास्क को बाजार से भी खरीदा जा सकता है, इसके अलावा घर में भी बनाया जा सकता है. बताया गया कि फेस मास्क में तीन परतें होनी चाहिए. पहली परत भीतरी होती है, इसमें सूत का अस्तर, दूसरी परत बाहरी होती है, इसमें पोलिएस्टर तथा तीसरी परत बीच में पोलिप्रोपायलीन की बनी फिल्टर जैसी परत.डब्ल्यूएचओ ने बताया कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहना जाना चाहिए. ऐसी जगहों पर भी मास्क पहना जाना चाहिए, जहां पर कम्यूनिटी ट्रांसमिशन जैसी स्थितियां हों. मसलन, रेल यात्रा, बस यात्रा तथा भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी मास्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रॉस एडहेनॉम ने साथ ही आगाह किया कि फेस मास्क पर बहुत ज्यादा भरोसा करने से बचना होगा.डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा कि फेस मास्क इस खतरनाक कोरोना वायरस बीमारी को हराने के लिए एक व्यापक रणनीति का हिस्सा भर है. इसके अलावा अन्य ऐहतियाती कदम भी अपनाया जाना चाहिए. महज मास्क ही कोविड-19 से नहीं बचा सकता. इसके अलावा शारीरिक दूरी बनाने, हाथों को साफ रखने और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा के अन्य उपायों को किया जाना चाहिए. बता दें कि मास्क पहनने संबंधी दिशानिर्देशों को लेकर इसके पहले डब्ल्यूएचओ की काफी आलोचना हुई है. इसमें कहा गया कि डब्ल्यूएचओ के मास्क न लगाने संबंधी दिशानिर्देशों की वजह से कोरोना वायरस दुनियाभर में काफी तेजी के साथ फैला.