लॉकडाउन में एक हज़ार भूखे कबूतरों ने अफगानिस्तान में तोड़ा दम
10 Jun 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
दुनिया भर में कोरोना वायरस ने अबतक लोगों की भारी संख्या में जान ली है, मगर अब बेचारे कबूतरों की भूख की वजह से करीब एक हज़ार की संख्या में जान चली गई. बता दें कि अफ़ग़ानिस्तान की मशहूर मज़ार ए शरीफ़ मस्जिद में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के वजह से लगभग एक हज़ार कबूतरों की भूख से जान चली गई. मस्जिद के एक अधिकारी के अनुसार सारे कबूतर मस्जिद में पाले जा रहे थे। सारे कबूतरों को मस्जिद की तरफ से नियमित खाने के तौर पर दाने दिए जा रहे थे। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाया गया था। लॉकडाउन में देश के कई मस्जिद पूरी तरीके से बंद थे ,जिस वजह से खाना न मिलने पर इन 1,000 कबूतरों की भूख से मौत हो गई. मस्जिद की रखवाली करने वाले क़यूम ने अपने बयान में बताया कि देश में लगाए लॉकडाउन के कारण कोई भी इन कबूतरों को दाना डालने नहीं आया, जिस वजह से हर दिन करीब 30 से अधिक सफ़ेद कबूतर मारे गए। हम इन्हें इसी मस्जिद के बाहर दफ़ना देते थे। कयूम के मुताबिक अभी तक एक हज़ार से अधिक कबूतर मर चुके हैं। देश में लॉकडाउन के दौरान बंद रही कई धार्मिक स्थलों में से यह मस्जिद भी एक है। अफगानिस्तान में अबतक 23,000 से ज्यादा संक्रमण के मामले दर्ज किए जा चुके हैं जबकि एक हज़ार से ज्यादा लोगों को इस जानलेवा वायरस से अपनी जान गंवानी पड़ी है। आतंकवाद के शिकार अफगानिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के चलते देश की आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था बहुत ख़राब हो गई है। अफगानिस्तान के हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों को वेंटिलेटर तक नसीब नहीं हो रहे हैं। देश की आबादी लगभग तीन करोड़ 90 लाख है और यहां के हॉस्पिटल में 400 वेंटिलेंटर ही मौजूद है।