हर बड़े देश में नागरिकों की कोविड-19 की जांच जारी
11 Jun 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा. लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस ने दुनियाभर के देशों की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना पर काबू पाने के लिए हर देश कोई न कोई ठोस कदम उठा रहा है. जिसमें लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग सबसे महत्वपूर्ण है. इसके अलावा हर देश बड़े स्तर पर अपने नागरिकों की कोविड-19 की जांच करा रहे हैं. जिससे समय रहते संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सके और दूसरों को उनके संपर्क में आने से रोक लगाई जा सके, जिससे कोई और संक्रमित न हो. आज सबसे ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की. इस सूची में सबसे ऊपर अमेरिका है. अमेरिका ने अब तक 2 करोड़ 26 लाख 27 हजार 787 लोगों की कोरोना जांच की है. जिसमें से 20 लाख 66 हजार 508 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. अमेरिका के बाद सबसे अधिक कोरोना जांच रूस ने की है. रूस ने अब तक एक करोड़ 35 लाख 45 हजार 303 लोगों की कोरोना जांच की है. जिनमें से 4 लाख 93 हजार 657 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. रूस के बाद सबसे ज्यादा कोविड-19 जांच इंग्लैंड ने की है. इंग्लैंड ने अब तक 60 लाख 42 हजार 622 लोगों की जांच की है. जिसमें से 2 लाख 90 हजार 143 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इंग्लैंड के बाद सबसे ज्यादा कोरोना जांच करने वाला देश भारत है. जहां अब तक 52 लाख 13 हजार 140 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है. पिछले चौबीस घंटों में ही भारत ने एक लाख 51 हजार 808 लोगों की कोरोना जांच की है. ये आंकड़े आईसीएमआर की ओर से जारी किए गए हैं. बता दें कि भारत में 2 लाख 87 हजार 155 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वहीं जर्मनी ने अब तक 46 लाख 94 हजार 147 लोगों की कोरोना जांच की है. इनमें से एक लाख 86 हजार 866 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा स्पेन ने 44 लाख 65 हजार 338 लोगों की कोरोना जांच की है. और यहां 2 लाख 89 हजार 360 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं. इटली ने 43 लाख 81 हजार 349 लोगों की कोरोना जांच की जिसमें से 2 लाख 35 हजार 763 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वहीं ब्राजील की हालत सबसे खराब है. ब्राजील ने अब तक सिर्फ 13 लाख 64 हजार 423 लोगों की कोरोना जांच की है. इतनी कम जांच होने के बावजूद ब्राजील कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है. यहां अब तक 7 लाख 75 हजार 184 लोग कोरोना संक्रमित हुए है. अगर यहां कोरोना की जांच अधिक होती हो यहां हालात और भी खराब नजर आएंगे.