कुवैत में आठ लाख भारतीयों की नौकरी पर लटकी तलवार
06 Jul 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
कुवैत में नौकरी करनेवाले आठ लाख भारतीयों की नौकरी पर तलवार लटकी है. उनके लिए बुरी खबर है कि आठ लाख लोगों को जहां बेरोजगार होना पड़ेगा तो वहीं कुवैत छोड़कर उनके अपने देश भारत लौटना पड़ेगा. कुवैत में प्रवासी भारतीयों पर स्वदेश लौटने का खतरा मंडराने लगा है. दरअसल, कुवैत की नेशनल असेंबली की कानूनी और विधायी समिति ने हाल ही में अप्रवासी कोटा बिल के मसौदे को मंजूरी दे दी है. इस बिल को मंजूरी मिलने के बाद करीब आठ लाख भारतीयों को कुवैत छोड़न कर भारत लौटना पड़ सकता है. ऐसे में उनके सामने रोजगार और नौकरी का खतरा एक बार फिर से पैदा हो सकता है. गल्फ न्यूज ने स्थानीय मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि कुवैत की नेशनल असेंबली की कानूनी और विधायी समिति ने निर्धारित किया है कि अप्रवासी कोटा बिल का ड्राफ्ट संवैधानिक है.बता दें कि इस बिल के मुताबिक, अनुसार, कुवैत में भारतीयों की आबादी 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए. बिल को संबंधित समिति में स्थानांतरित करने की बात कही गई है ताकि इसके लिए एक व्यापक योजना बनाई जाए. वहीं आउटलेट ने बताया कि इसस बिल के कारण करीब आठ लाख भारतीयों को कुवैत छोड़कर वतन वापस आना पड़ सकता है. बता दें कि कुवैत में भारतीय समुदाय सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है, जिसकी कुल संख्या करीब 15 लाख है. कुवैत में हर साल हजारों की संख्या में भारतीय पहुंचते हैं. उसके बाद कई साल तक वहीं रहते हैं ऐसे में उन्हें नौकरी की कोई परेशानी नहीं होती, उसके बाद वो कुवैत छोड़कर वापस नहीं आना चाहते. फ़िलहाल भारत में भी कोरोना संकट सीना ताने खड़ा है, ऐसे में उनकी परेशानी जल्द खत्म होती नहीं दिख रही.