इतिहास का सबसे महंगा होगा अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव

 29 Oct 2020  536

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
बदलते वक्त के साथ महंगाई पर  भी बहुत असर पड़ा है. इसका एक कारण यह भी है कि  2020 में होने जा रहा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव इतिहास का सबसे महंगा चुनाव बनने जा रहा है. एक शोध समूह का कहना है कि यह चुनाव पिछले राष्ट्रपति चुनाव के मुकाबले लगभग दोगुना महंगा है. रिसर्च ग्रुप का कहना है कि इस चुनाव की कुल लागत 14 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिव पॉलिटिक्स का कहना है कि अंतिम महीनों में राजनीतिक चंदे में असाधारण बढ़ोतरी हुई है. सेंटर ने कहा कि 2020 के चुनाव में 14 बिलियन अमरीकी डालर खर्च होंगे, जो खर्च के रिकॉर्ड को तोड़ देगा। डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ऐसे पहले उम्मीदवार होंगे जिन्होंने डोनर्स से 1 बिलियन अमरीकी डालर जुटाए हैं. डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव में हराने के लिए उत्साहित बाइडेन ने अक्टूबर के मध्य तक 938 मिलियन डॉलर जुटाए. जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 596 मिलियन अमरीकी डॉलर जुटाए. रिपोर्ट के अनुसार महामारी के बीच साल 2020 में लोगों ने अपने दान में बढ़ोतरी की है. एक बयान में कहा गया है कि महिलाएं दान देने के रिकॉर्ड को तोड़ रही हैं और अमेरिकी तेजी से उन उम्मीदवारों को दान कर रहे हैं जिन्होंने अपने राज्य में दफ्तर नहीं खोले हैं. कहा गया है कि 2020 का चुनाव 2016 के चुनाव से लगभग दोगुना महंगा है. इस वर्ष के चुनाव में पिछले दो राष्ट्रपति चुनावों की तुलना में अधिक खर्च होने की उम्मीद है. सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिव पॉलिटिक्स की कार्यकारी निदेशक शीला क्रुमोलज़ ने कहा कि डोनर्स ने 2018 के मिडटर्म्स में रिकॉर्ड मात्रा में पैसा डाला और 2020 तक यह चलन जारी है. कहा गया है कि केवल अक्टूबर के महीने में सुपर पीएसी और अन्य बड़े-पैसे वाले समूहों द्वारा खर्च करने से लगभग 1.2 बिलियन अमरीकी डालर की कुल आय हुई. रिपब्लिकन के 3.8 बिलियन की तुलना में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों और समूहों ने 5.5 बिलियन अमरीकी डालर खर्च किए हैं. कहा गया है कि छोटे दानदाताओं ने 2020 में कुल धन का 22 प्रतिशत दान किया. 2020 के चुनाव में महिलाओं ने अक्टूबर 2016 के मध्य से 2.5 बिलियन अमरीकी डालर दिए हैं, पूरे 2016 के चुनाव में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर दान दिए. जाहिर है यह अपनेआप में ऐतिहासिक है.