ब्रिटेन में कोरोना की वजह से कड़क लॉकडाउन

 15 Dec 2020  539

संवाददाता/in24 न्यूज़.
विश्वव्यापी महामारी कोरोना का तांडव अब सबसे ज्यादा ब्रिटेन में देखने को मिल रहा है. ब्रिटेन में कोरोनावायरस की एक नई और खतरनाक किस्म की पहचान हुई है. इस वजह से ब्रिटेन के कई इलाकों में एक बार फिर लॉकडाउन लगा दिया गया है. माना जा रहा है कोरोना के नए वेरिएंट की वजह से ब्रिटेन में एक बार फिर तेजी से कोरोना संक्रमण फैलने लगा है. इस कारण देश की राजधानी लंदन समेत कई इलाकों में बुधवार 16 दिसंबर से एक बार फिर सख्त लॉकडाउन लगाया जाएगा. ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार को संसद में इस बात की घोषणा की. सरकार ने बताया कि कोरोना का यह नया वेरिएंट काफी खतरनाक है जो देश में कोरोना वायरस को काफी तेजी से फैलाने में जिम्मेदार है. सरकार ने बताया कि कोरोना का यह नया प्रकार बेहद तेजी से संक्रमण फैला रहा है, इस कारण देश के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस ने फिर से प्रकोप मचाना शुरू कर दिया है. इस कारण तेजी से फैलते कोरोना वायरस को देखते हुए एक बार फिर लॉकडाउन लगाना जरूरी है. देश के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने यह जानकारी संसद में दी. स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में सांसदों को संबोधित करते हुए बताया कि देश के कुछ इलाकों में कोरोना के नए वेरिएंट ने मात्र सात दिनों में संक्रमण के मामले दोगुने कर दिए हैं. इसलिए अगर तत्काल और निर्णायक कदम नहीं उठाए गए तो कोरोना वायरस एक खतरनाक रूप धारण कर लेगा, जिसे फिर रोक पाना काफी मुश्किल होगा. इसकी वजह से हालात बहुत बद्तर हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि लंदन तथा इसके आसपास के इलाकों में टीयर-3 स्तर का प्रतिबंधन लगाना जरूरी है. इसका मतलब यह हुआ कि इन इलाकों में एक बार फिर लगभग पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की इस नई किस्म की वजह से दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में वायरस तेजी से फैल रहा है. इस प्रकार के 1000 से ज्यादा मामलों की विशेषज्ञों ने पुष्टि की है. बता दें कि दुनियाभर के 191 देशों में अपना कहर बरपा रहे कोरोना वायरस की वजह से अब तक 7,22,48,705 लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैं. इस खतरनाक वायरस से अब तक दुनियाभर में कुल 16 लाख 12 हजार 350 लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा 2 करोड़ 33 लाख 87 हजार 425 लोगों का अभी इलाज चल रहा है. खुशी की बात यह है कि 4 करोड़ 72 लाख 48 हजार 930 लोग इससे ठीक होकर अपने घर वापस लौट चुके हैं. इस बीच अब भी इस बात पर ज़ोर दिया जा रहा है कि कोरोना के खतरनाक वायरस से बचना बेहद ज़रूरी है.