अमेरिकी संसद में हंगामा के बाद पुलिस प्रमुख देंगे इस्तीफ़ा

 08 Jan 2021  1042

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
अमेरिका में जिस तरह संसद में घुसकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने हंगामा किया उसकी जमकर आलोचना हो रही है. यूएस कैपिटल पुलिस प्रमुख स्टीवन संड ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों को इमारत में घुसने से रोकने में विफल रहने के कारण वह इस महीने इस्तीफा दे देंगे. संड का इस्तीफा सदन के अध्यक्ष नैन्सी पलोसी और सीनेट डेमोक्रेटिक लीडर सीनेटर चक शमर द्वारा गुरुवार को इस्तीफे की मांग के बाद आया, जिसमें कहा गया था कि यदि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो उन्हें निकाल दिया जाएगा. कैपिटल पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए फेडरल हेल्प के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया है. संड ने कैपिटल पुलिस बोर्ड को लिखे एक पत्र में कहा कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका कैपिटल पुलिस के साथ संयुक्त राज्य कैपिटल पुलिस बोर्ड और कांग्रेस समुदाय की सेवा करने के लिए एक सच्चा सम्मान है. बोर्ड के अन्य सदस्य भी अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में कैपिटल परिसर के बाहर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुई. हिंसा के बाद पूरे परिसर को बंद कर दिए गया. प्रो-ट्रम्प प्रदर्शनकारियों ने बुधवार दोपहर को लगभग चार घंटे तक यू.एस. कैपिटल पर धावा बोल दिया.वीडियो में लोगों को खिड़कियां तोड़ते हुए और अंदर जाने के लिए बैरिकेड्स को हटाते दिखाया गया है. चुनाव को लेकर बार-बार झूठे आरोप लगाने के बाद ट्विटर ने यूजर्स पॉलिसी का उल्लंघन करने के लिए ट्रंप को 12 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना है कि इतिहास कैपिटल में हिंसा को याद रखेगा, उन्होंने कहा यह देश के लिए सबसे बड़े शर्म की बात है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने वाले प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को जॉर्जिया से न्यू मैक्सिको तक प्रदर्शन किया. राज्य की राजधानियों में सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव का विरोध किया, जो स्टॉप द स्टिल और 'फोर मोर इयर्स कहते हुए राष्ट्रपति चुनाव का विरोध कर रहे थे. कोरोना वायरस महामारी के बीच उनमें से ज्यादातर ने मास्क नहीं पहना था और कुछ ने ओक्लाहोमा, जॉर्जिया, एरिज़ोना और वाशिंगटन राज्य जैसी जगहों पर बंदूकें चला दीं. ओहियो और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में काउंटरप्रोसेसर के साथ कुछ झड़पें हुईं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना के बाद दुःख जताया था.