सौ रुपए के पार पहुंची पाकिस्तान में चीनी की कीमत

 06 Apr 2021  656

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
भारत से कड़वा रिश्ता रखनेवाला पाकिस्तान आज चीनी की मिठास के लिए तरस रहा है. उसका सबसे बड़ा कारण है कि पाकिस्तान में चीनी की कमी पड़ रही है. पाकिस्तान में चीनी सौ रुपये किलो के पार पहुंच गई है. अब पाकिस्तान की सरकारी ट्रेडिंग कंपनी टीसीपी ने सोमवार को 50,000 टन वाइट शुगर के आयात के लिए एक ग्लोबल टेंडर जारी किया है. हालांकि इसमें भारत जैसे प्रतिबंधित देशों को शामिल नहीं किया गया है. यह चीनी के आयात के लिए पाकिस्तान का तीसरा टेंडर है. इससे पहले दो टेंडरों को उच्च कीमत के कारण रद्द करना पड़ा था. पिछले सप्ताह पाकिस्तान की आर्थिक समन्वय समिति द्वारा भारत से इन दोनों वस्तुओं के आयात की अनुमति देने के बाद चीनी और कपास में दोनों देशों के बीच व्यापार फिर से खुलने की उम्मीद थी. हालांकि पाकिस्तान के फेडरल कैबिनेट ने फैसले को वापस ले लिया. 50,000 टन वाइट शुगर के आयात के लिए एक नई अंतरराष्ट्रीय निविदा जारी करते हुए टीसीपी ने वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं को स्पष्ट किया है कि कार्गो (वाइट शुगर) को इजरायल या किसी अन्य प्रतिबंधित देश से आयात नहीं किया जाना चाहिए. वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं को 14 अप्रैल तक बोलियां जमा करनी होगी और कराची में किसी भी पोर्ट पर कमोडिटी को डिलीवर करना होगा. खबर के मुताबिक़ ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रफुल्ल विट्ठलानी ने कहा कि यह पाकिस्तान की बुरी किस्मत है. उन्हें भारत से सस्ती चीनी कहीं नहीं मिलेगी. पाकिस्तान के लिए भारत से वाइट शुगर आयात करना अन्य देशों की तुलना में भूमि मार्ग के माध्यम से बहुत सस्ता और तेज होता. उन्होंने कहा कि पंजाब के रास्ते भूमि मार्ग के माध्यम से, सफेद चीनी की कीमत लगभग 398 डॉलर प्रति टन (जिसमें माल ढुलाई शुल्क और गोदाम में वितरण शामिल है) होगा. पाकिस्तानी व्यापारियों के अनुसार 2020-21 के मार्केटिंग वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) में 5.6 मिलियन टन के चीनी उत्पादन की उम्मीद कर रहे पाकिस्तान को 5,00,000 टन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. जबकि ब्राजील के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश भारत, सरप्लस स्टॉक पर बैठा है और 2020-21 के विपणन वर्ष में 6 मिलियन टन निर्यात करने का लक्ष्य रखता है.बहरहाल कंगाली की तरफ बढ़ता पाकिस्तान आज अपनी मिठास के लिए परेशान होकर रह गया है.