चीनी वैक्सीन लगा चुके पाकिस्तानियों को सऊदी अरब में नो एंट्री
14 May 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
ईद के मौके पर सऊदी अरब जाने की तैयारी कर रहे पाकिस्तानी नागरिकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) के प्रशासन ने पाकिस्तान को झटका दिया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार रात ही सऊदी अरब के तीन दिन के सरकारी दौरे से लौटे हैं। इसके तुरंत बाद सऊदी अरब ने नया फरमान जारी कर इमरान सरकार की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। सऊदी अरब ने कहा है कि वो उन पाकिस्तानियों को किसी भी तरह का वीजा जारी नहीं करेगा, जिन्होंने चीन में बनी वैक्सीन लगवाई है। इसका कारण सऊदी रेगुलेटर ने चीन की साइनोवैक और साइनोफार्म के टीके को अनुमति नहीं दी है। हालांकि चीन ने वैक्सीन डिप्लोमैसी के तहत यह वैक्सीन सऊदी भेजी थीं, लेकिन प्रशासन ने इसका इस्तेमाल नहीं किया। रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी प्रशासन ने अब इस मामले में कुछ राहत दी है। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट तो दिखानी ही होगी। इसके साथ ही 14 दिन का क्वारंटाइन भी पूरा करना होगा और वह भी अपने खर्च पर। सऊदी अरब सरकार ने अभी तक चार टीके को ही अनुमति दी है। इसमें फाइजर, एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन। इनमें से जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन सिंगल शॉट है। यानी इसका एक ही डोज लगता है। बाकी तीनों के डबल डोज लगाए जाते हैं। चीन ने भले ही अपनी दोनों वैक्सीन की डोज सऊदी अरब भेजे हों, लेकिन इनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। खबरों के मुताबिक सऊदी अरब की यात्रा करने की मंजूरी सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिन्होंने वैक्सीनेशन पूरा कर लिया हो। इसमें भी एक शर्त यह जोड़ी गई है कि चीन में बनी वैक्सीन लगवाने वालों को यात्रा की मंजूरी नहीं मिलेगी। पाकिस्तानियों की दिक्कत यह है कि यहां चीन की तरफ से दान मिलीं वैक्सीन ही इस्तेमाल की जा रही हैं। रूस से स्पुतनिक वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया, लेकिन अब तक इनका एक भी डोज पाकिस्तान नहीं पहुंचा। बहरहाल, पाकिस्तान इस समस्या से कैसे निपटता है यह बता पाना फ़िलहाल मुश्किल है।