चीन में तीन करोड़ कुंवारों को बीवी की किल्लत
01 Jun 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
विकास और तरक्की का चीन लाख दावा करे पर खबर है कि चीन के कुंवारों को भारी मात्रा में बीवी की किल्लत हो रही है. इस कारण चीन के तीन करोड़ युवक अविवाहित हैं. ये तीन करोड़ वह युवक हैं, जो शादी के लिए तैयार होने के बाद भी अविवाहित हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है चीन का लिंगानुपात. दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश चीन में 118 लड़कों पर 100 लड़कियां हैं. इस कारण युवकों को शादी के लिए लड़कियां नहीं मिल पा रही हैं. ये फर्क काफी बड़ा है. दरअसल, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया के सभी देशों में आबादी काफी तेजी से बढ़ी, लेकिन चीन पर इसका असर कुछ ज्यादा ही हुआ. चीन में आबादी काफी तेजी से बढ़ी. इसके बाद देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई. इस समस्या की वजह से चीन में सत्तर के दशक में वन चाइल्ड पॉलिसी लागू हुई. इसका मतलब यह था कि आबादी पर नियंत्रण करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए चीन में एक बच्चा की नीति लागू कर दी गई. इससे जनसंख्या तो काबू में आने लगी लेकिन सबसे नकारात्मक असर वहां के लिंगानुपात में हुआ. चीन में भी पुरानी सोच वाले परिवारों ने लड़कों के जन्म को तवज्जो दी. इस कारण वहां आज लड़कियों का अनुपात लड़कों से काफी कम है. बीते तीन दशकों में चीन में वन चाइल्ड पॉलिसी की वजह से 37 मिलियन चीनी बच्चियों यानि लगभग 3 करोड़ 70 लाख लड़कियों को या तो गर्भ में मार दिया गया, या फिर उन्हें छोड़ दिया गया. छोड़ने के बाद लड़कियां तस्करी का शिकार होकर लापता हो गईं. हालांकि जब चीन में लिंगानुपात बढ़ने लगा तो साल 2016 में एक बच्चा नीति में ढील दी गई लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और लिंगानुपात में काफी असमानता आ चुकी थी. इस कारण चीन में लड़कों की एक बड़ी आबादी अब शादी के लिए लड़की न मिलने की समस्या से जूझ रही है. फुडान यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्री का कहना है कि चीन में लैंगिक असमानता इतनी ज्यादा है कि 118 लड़कों पर 100 लड़कियां हैं. ऐसे में कुंवारों की समस्या समझी जा सकती है.