हनीप्रीत किसको कर रही है गुमराह ?
05 Oct 2017
1257
ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
गिरफ्तारी के बाद छह दिन की रिमांड पर चल रही गुरमीत के कथित बेटी हनीप्रीत को पुलिस कई जगहों पर लेकर गई। बताया जा रहा है कि हनीप्रीत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही है कि हनीप्रीत का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जा सकता है। जबकि पुलिस कोर्ट से ज्यादा रिमांड मांगने की तैयारी में है। पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने कहा है कि हनीप्रीत पूछताछ में पुलिस को सहयोग नहीं दे रही है। उसका पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद फिर से उसका रिमांड लिया जाएगा।
हनीप्रीत को मंगलवार को जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस आज उसे बठिंडा लेकर गई है। पुलिस हनीप्रीत से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद करने के अलावा डेरे और हिंसा से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करने का प्रयास कर रही है। साथ ही हनीप्रीत को संरक्षण देने वालों में कौन-कौन शामिल थे। इसकी जानकारी भी उससे पूछताछ में जुटाई जा रही है। 25 अगस्त को साध्वियों के यौन शोषण मामले में डेरा मुखी की सीबीआइ कोर्ट में पेशी के लिए हनी सिरसा से गुरमीत के साथ पंचकूला पहुंची। राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद हेलीकॉप्टर से रोहतक की सुनारियां जेल तक बाबा के साथ रही।
जेल प्रशासन द्वारा डेरा मुखी के साथ रहने की मंजूरी नहीं मिलने के बाद डेरा के तीन अनुयायियों के साथ रोहतक से निकली। 26 अगस्त को डेरा मैनेजमेंट कमेटी की चेयरपर्सन विपसना के मुताबिक हनी फैसले के दिन ही देर रात सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय पहुंची। यहां एक दिन गुजारने के बाद वह यहां से निकल गई। 27 और 28 हनी अपने भाई के ससुराल हनुमानगढ़ में रही। 29 अगस्त को राजस्थान में हनी की मौजूदगी की सूचना मिलते ही पुलिस ने हनी की तलाश में हनुमानगढ़ में दबिश दी लेकिन छापेमारी से पहले ही हनीप्रीत गायब हो गयी।
30 अगस्त को हनीप्रीत राजस्थान के ही सांगरिया में एक अनुयायी के घर रही। यहां भी पुलिस उसके निकल जाने के बाद पहुंची। 1 सितंबर को हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया। हनी के देश छोडऩे पर प्रतिबंध लगा दिया वहीं युद्धस्तर पर डेरा मुखी की चहेती हनीप्रीत की सरगर्मी से तलाश शुरू हुई। सात राज्यों की पुलिस हनीप्रीत की तलाष में चप्पे-चप्पे दबिश देती रही। ठीक 39 दिन बाद हनीप्रीत अचानक टीवी चैनलों पर सामने आई और डेरा मुखी से अपने संबंधों पर सफाई दी।
4 अक्टूबर को हनी को गिरफ्तार कर पुलिस अपने साथ उसे बठिंडा व संगरूर लेकर गई। कई घंटो के जद्दोजहद के बाद आखिरकार हनीप्रीत टूट गयी लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि पूछताछ के दौरान हनीप्रीत से जांच अधिकारी ने जितने सवाल पूछे हर सवालका जवाब देते हनीप्रीत रोती रही और अपने आपको बेगुनाह बताती रही जिसके बाद पुलिस ने ये फैसला किया कि अब सच्चाई उजागर करने और कोर्ट के समक्ष लाने के लिए हनीप्रीत का नार्को टेस्ट किया जाये। कुलमिलाकर जांच अधिकारी के सामने पूछताछ के दौरान हनीप्रीत इमोशनल कार्ड खेल रही है लेकिन पुलिस को भी उसकी चाल लगभग समझ में आ चुकी है ऐसे में हनीप्रीत के खिलाफ साक्ष्य इकठ्ठा करना पुलिस के सामने एक चुनौती है जिसके बाद ही ये कहा जा सकता है कि हनीप्रीत दोषी है या फिर निर्दोष !