मुंबई की दिंडोशी पुलिस ने गोल्ड फैक्ट्री के मालिक और उसके नौकर को अलग-अलग आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है. गोल्ड फैक्ट्री के मालिक का आरोप है कि उसके नौकर ने उसके सोने के कारखाने से ढाई सौ ग्राम सोना चोरी किया है, जबकि नौकर का आरोप है कि उसके मालिक में उसे कारखाने में 6 दिनों तक बंधक बनाकर रखा और इसी बीच उसके अकाउंट से जबरन लाखों रुपए चेक पर जबरन हस्ताक्षर करके निकाल लिए. नौकर के परिवार वालों की शिकायत के आधार पर दिंडोशी पुलिस ने मालिक, दो नौकर और उसके साथी को चोरी अपहरण और रॉबरी के मामले में गिरफ्तार किया है. मालिक के पास से पुलिस ने नौकर की अंगूठी और कान का स्क्रू समेत डायमंड भी जब्त किया है.
दरअसल 27 फरवरी को दिंडोशी पुलिस के पास पहुंचे 30 वर्षीय संजय दुलाई ने शिकायत दर्ज करवाई कि मलाड पूर्व के सुभाष लेन में स्थित एक सोने के कारखाने में संजय दुलाई सोना पॉलिश करने का काम करता है, लेकिन कारखाने के मालिक जयंता तारा शंकर दास ने उसके ऊपर चोरी का आरोप लगाते हुए अपने साथियों के साथ मिलकर उसे 6 दिनों तक कारखाने में ही बंधक बनाकर रखा था और इस दौरान मालिक ने जबरन उसके बैंक अकाउंट से 7:50 लाख रुपए जबरन चेक पर साइन करवा कर निकाल लिए. नौकर की शिकायत के बाद पुलिस ने जब कारखाना मालिक जयंता दास को पुलिस स्टेशन बुलाया तो उसने नौकर के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करवाई और उसने पुलिस को बताया कि संजय और अनिल मुखर्जी नाम के दो लोग उसके कारखाने में सोने के आभूषण पॉलिश करने का काम करते हैं. पॉलिश के दौरान दोनों ने मिलकर करीब ढाई सौ ग्राम सोने का बुरादा चुरा लिया, जिसकी कीमत साढ़े बारह लाख रुपए के आसपास बताई जा रही है.
इसके अलावा चोरी की वारदात का यह मंजर मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है, जिसकी मदद से पुलिस ने आरोपी मालिक और उसके पार्टनर पंकज हलदर के खिलाफ अपहरण, रॉबरी और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है. वहीं गोल्ड फैक्ट्री के मालिक जयंता दास की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों नौकर को भी चोरी के मामले में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी आरोपियों को दिंडोशी पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से माननीय न्यायपालिका ने सभी को जेल कस्टडी में भेज दिया.