बंद पड़ी कंपनियों में नोटबंदी के बाद 21,000 करोड़ का लेनदेन !
06 Dec 2017
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सौम्य सिंह/in24 न्यूज़
नोटबंदी को एक साल से ज्यादा का वक़्त हो चुका है और केंद्र सरकार नोटबंदी के दौरान हुई हेराफेरी की जांच में जुट गई हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी ताज़ा आकड़ों के अनुसार नोटबंदी की प्रक्रिया के दौरान 21,000 करोड़ रुपए का हेरफेर किया गया. यह हेरफेर देश में मौजूद 62,300 कंपनियों ने अपने 88,000 बैंक खातों का सहारा लेते हुए किया।
गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान जिन कंपनियों ने धन की हेरफेर की उन्हें कंपनी एक्ट के तहत डीरजिस्टर कर दिया गया है। केंद्र सरकार ऐसे 1.6 लाख कंपनियों की जांच कर रही है जिससे 21,000 करोड़ रुपए की हेरफेर की गई और हो सकता है इस राशि में इज़ाफ़ा हो। हालांकि केंद्र सरकार उन बैंको की जांच में भी जुटी है जिनमें कंपनियों ने ऐसे ट्रांजेक्शन करवाए जिसकी सूचना टैक्स विभाग को तुरंत मुहैया नहीं कराई गई।
केंद्र सरकार ने रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया, सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ़ डायरेक्ट टैक्स (सीबीडीटी) समेत सभी परिवर्तन विभाग को इन कंपनियों की सूची सौंप दी है। बहरहाल केंद्र सरकार ने इन कंपनियों के 3 लाख निदेशकों को अयोग्य करार दिया है जिन्होंने बीते 3 वर्षों के कंपनी ट्रांजेक्शन का कोई लेखाजोखा टैक्स विभाग को नहीं सौंपा।
केंद्र सरकार के मुताबिक़ नोटबंदी से पहले इन कंपनियों में कोई भी पैसों की लेनदेन नहीं हुई लेकिन नोटबंदी होते ही कंपनियों ने करोड़ों का लेनदेन किया। लिहाज़ा केंद्र सरकार अब इन कंपनियों पर शिकंजा कसने के लिए तैयार है।