इंजीनियरिंग की छात्रा के सुसाइड की असली वजह

 24 Sep 2022  1620
संजय मिश्रा/in24न्यूज़/नांदेड़
 
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के अंतर्गत आने वाले एसजीजीएस कॉलेज (SGGS College) हॉस्टल में एक छात्रा ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने से पहले कथित छात्रा ने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने अपने आत्महत्या की वजह का जिक्र किया है. यह सुसाइड नोट दरअसल कथित छात्रा ने महिला आयोग के नाम पर लिखा है. इस सुसाइड नोट से यह साफ हो चुका है कि, कथित छात्रा ने छेड़खानी से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. नांदेड़ (Nanded) में इंजीनियरिंग की शिक्षा हासिल करने वाली कथित छात्रा का नाम गीता कदम बताया जा रहा है, जिसने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें, उसने अपनी मौत के लिए किसी आदेश नाम के शख्स को जिम्मेदार ठहराया है.
         इस घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा करने के बाद मृतक गीता कदम के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेज दिया है. वहीं पुलिस ने गीता के शव के पास सुसाइड नोट भी बरामद कर लिया है ... in24न्यूज़ के पास जो जानकारी आई है उसके मुताबिक, गीता इंजीनियरिंग की तीसरी साल की पढ़ाई कर रही थी. गीता के मुताबिक आदेश चौधरी नाम का शख्स उसे लगातार ब्लैकमेल कर रहा था, यहां तक कि उसने गीता का बातचीत सभी लोगों से बंद करा दिया था. गीता ने अपने सुसाइड नोट में बकायदा आदेश चौधरी का नाम लिखते हुए उसे ना सिर्फ अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया, बल्कि उसे फांसी की सजा देने की भी उसने मांग की है. महिला आयोग के नाम पर लिखे गए इस सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 के तहत आदेश चौधरी (Aadesh Chaudhari) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक गीता कदम महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले की रहने वाली थी. अपने सुसाइड नोट में गीता कदम (Geeta Kadam) ने महिला आयोग से मांग की है, कि इस तरह महिलाओं का गलत फायदा उठाने वाले लोगों को फांसी की सजा दी जाए. वहीं दूसरी ओर गीता के परिजनों को, जब उसके मौत की खबर मिली तो उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. फिलहाल गीता ने पंखे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है, वही उसके परिवार का रो रो कर बुरा हाल है. आरोपी गिरफ्तार है, मामले की जांच जारी है लेकिन इस घटना से पूरे नांदेड़ जिले में ही नहीं बल्कि उस्मानाबाद (Osmanabad) में भी कोहराम मच गया है.