पालघर साधु हत्याकांड में नया मोड़
13 Oct 2022
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़/पालघर
साल 2020 में महाराष्ट्र के पालघर जिले में हुए 2 साधुओं की हत्या के मामले में एक बड़ी खबर सामने आई है. पालघर में हुई साधुओं की हत्या के मामले में अब महाराष्ट्र सरकार का रुख बदला हुआ नजर आया है. राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार सीबीआई जांच को तैयार है. दरअसल, राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है. इस नए हलफनामे में सरकार ने कहा है कि उसे मामले की जांच सीबीआई को देने में कोई आपत्ति नहीं है. इसके पहले उद्धव ठाकरे सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को देने का कड़ा विरोध किया था और याचिका को खारिज करने की बात कही थी. साधुओं की हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग की गई थी, जिसका विरोध पूर्व महा विकास आघाड़ी सरकार और महाराष्ट्र पुलिस ने किया था. 16 अप्रैल 2020 को मुंबई से सटे पालघर जिले के गुजरात बॉर्डर के पास रात को दो साधुओं और उनके ड्राइवर की गांव वालों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. साधु और उनके ड्राइवर अपने नासिक में स्थित गुरु के अंतिम यात्रा से लौट कर सूरत जा रहे थे, लेकिन पालघर से गुजरते वक्त ग्रामीणों ने उन्हें साधु के भेष में चोर समझा और बच्चा चोरी की अफवाह के चलते पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी. वही महाराष्ट्र सरकार के हलफनामे के बाद इस हत्या कांड का शिकार हुए ड्राइवर निलेश टेलगड़े के परिजनों ने भी महाराष्ट्र सरकार द्वारा दायर हलफनामे के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. मृतक ड्राइवर की पत्नी पूजा ने कहा कि पूर्व की महाराष्ट्र सरकार यानी उद्धव ठाकरे सरकार ने हमें न्याय नहीं दिलाया, लेकिन नई सरकार ने जिस तरह से सीबीआई जांच है पर अपनी आपत्ति नहीं जताई, उससे हम न सिर्फ संतुष्ट हैं बल्कि राज्य सरकार का आभार मानते हैं. यदि भविष्य में सीबीआई मामले की जांच करती है तो उसके मृत पति के कातिलों को सजा जरूर मिलेगी और उन्हें न्याय भी मिलेगा. इसके अलावा मृतक ड्राइवर की मां निर्मल ने भी कहा कि मेरे बेटे की बेरहमी से हत्या की गई, लेकिन हमें आज तक न्याय नहीं मिला. उन्होंने अब उम्मीद जताई है कि यदि मामले की जांच सीबीआई करेगी तो उनके बेटे को न्याय जरूर मिलेगा.