श्रद्धा मर्डर केस से प्रभावित बेटे और मां ने पिता की हत्या कर छह टुकड़े किए

 20 Nov 2022  452

संवाददाता/in24 न्यूज़.
श्रद्धा मर्डर केस के बाद उसका साइड इफेक्ट भी शुरू होने लगा है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता (Kolkata) में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां एक लड़के ने अपनी मां के साथ मिलकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। फिर शव को छिपाने के लिए उसने पिता के शव के छह टुकड़े किए। 55 वर्षीय मृतक उज्ज्वल चक्रवर्ती नौसेना पुलिस का रिटायर्ड कांस्टेबल था। वह साल 2000 में भारतीय नौसेना से रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने दो निजी फर्मों में काम किया लेकिन नौकरियां छोड़ते रहे। पुलिस ने बताया कि वह आदतन शराब पीता था। जानकारी के मुताबिक, मां-बेटे ने श्रद्धा मर्डर केस से प्रेरित होकर पिता के शव के टुकड़े किए। सूत्रों के मुताबिक, लड़के ने बाथरूम के अंदर ही पिता के शरीर को आरी से काट डाला, जिसमें मां ने भी साथ दिया। मां और बेटे पहली बार में शव के टुकड़ों को साइकिल पर रखकर साथ में फेंकने गए। हालांकि, बाद में दो बार बेटा अकेले साइकिल पर रखकर शव के टुकड़े फेंकने गया। बरुईपुर पुलिस जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने शनिवार को महिला श्यामली चक्रवर्ती और उसके 25 वर्षीय बेटे जॉय चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है। शव के सभी टुकड़ों को उनके घर से ज्यादा दूर नहीं बल्कि पास के ही कई स्थानों से बरामद किया गया है। गुरुवार दोपहर पुलिस ने एक व्यक्ति के शरीर का सड़ा हुआ ऊपरी हिस्सा बरामद किया था। शव का टुकड़ा कोलकाता से लगभग 30 किलोमीटर दक्षिण में बरूईपुर के एक तालाब में तैरता पाया गया था। बाद में हाथ-पैर भी कटे हुए मिले। अधिकारी के मुताबिक पीड़ित की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला शुरू किया था। हालांकि, जांच में पता चला कि महिला और उसके बेटे ने ही व्यक्ति की हत्या की। हत्या के बाद उन्होंने आरी से शव के टुकड़ों किए और घर के पास ही फेंक दिए। पुलिस के मुताबिक पीड़ित नशे की हालत में था और सोमवार की शाम उसकी अपने बेटे से तीखी नोकझोंक हुई थी। उनका बेटा पॉलिटेक्निक का कोर्स कर रहा है और उसने फीस के लिए कुछ पैसे मांगे थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि झगड़े से क्रोधित होकर उसके बेटे ने उसके साथ मारपीट की और उसका गला घोंट दिया। मां-बेटे की जोड़ी ने फिर आरी से शव के पांच टुकड़े किए और फिर उन्हें ठिकाने लगा दिया। घर से 500 से 700 मीटर की दूरी के भीतर कई स्थानों पर शव के टुकड़े बिखरे हुए थे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या नाराज़गी का मतलब बीवी और बेटे के सामने हत्या ही विकल्प बचता है!