बीजेपी नेता सना खान मर्डर केस में बड़ा खुलासा, सना का इस्तेमाल कर सेक्स रैकेट चला रहा था अमित साहू

 22 Aug 2023  2323

संवाददाता/in24न्यूज 

नागपुर की बीजेपी नेता सना खान का कत्ल हुए करीब 20 दिनों का वक्त गुजर चुका है. इस सिलसिले में रिपोर्ट लिखवाए हुए करीब 18 दिन गुजर चुके हैं, जबकि पुलिस को इस मामले में मुख्य आरोपी अमित साहू उर्फ पप्पू साहू को गिरफ्तार किए करीब 10 दिनों का वक्त हो चुका है, लेकिन मुल्जिम की गिरफ्तारी और उसकी निशानदेही के बावजूद सना की लाश का कोई ठिकाना नहीं है. अलबत्ता उसके कत्ल को लेकर अब एक नई और चौंकाने वाली कहानी जरूर सामने आ गई है. और ये कहानी है हनीट्रैप में सना खान के इस्तेमाल की. और इसी हनीट्रैप के रुपयों के बंदरबांट के सिलसिले में हुए उसके कत्ल की. दरअसल, नागपुर में सना खान की मां मेहरुन्निसा ने इस सिलसिले में पुलिस को एक नई शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तरह जबलपुर का रहनेवाला कारोबारी अमित साहू उनकी बेटी को हनीट्रैपके खेल में चारे की तरह इस्तेमाल कर रहा था. पुलिस का कहना है कि जब उसने इस पहलू की जांच की, तो उसे हनीट्रैप के इस रैकेट को लेकर कई चौंकानेवाली जानकारी हाथ लगी. पुलिस को पता चला कि साहू के इशारे पर सना नागपुर, जबलपुर समेत आस-पास के इलाके में बड़े और प्रभावशाली लोगों के पास जाया करती थी. जहां इन अमीर और प्रभावशाली लोगों से रिश्ते बनाने के दौरान सना और साहू उन अंतरंग पलों की तस्वीरें चुपके से अपने मोबाइल फोन और दूसरे डिवाइसेज में कैद कर लिया करते थे, जिसके बाद इन लोगों को ऐसी तस्वीरों और वीडियोज के सहारे ब्लैकमेल किया जाता था. पुलिस की मानें तो शुरुआती पूछताछ में अमित साहू ने हनीट्रैप रैकेट चलाने और इसमें सना खान का इस्तेमाल एक मोहरे की तरह करने की बात कबूल कर ली है, लेकिन अब तक ना तो पुलिस सना के मोबाइल फोन को बरामद कर पाई है और ना ही उसे अमित साहू ने ही अपने फोन सौंपे हैं. ऐसे में पुलिस को अब भी हनीट्रैप रैकेट और उसके चलते हुए मर्डर की इस वारदात से जुडे कई सबूतों का इंतजार है. पुलिस को इस सिलसिले में कुछ वीडियोज, फोटोज और चैट हाथ लगने की उम्मीद है, जिससे ये पता चल सकेगा कि इस रैकेट ने हाल के दिनों में किन-किन लोगों को अपने जाल में फंसाया था और रैकेट में अमित साहू, सना खान और उनके बाकी साथियों की क्या भूमिका थी. पुलिस ने फिलहाल इस सिलसिले में साहू के साथ-साथ उसके दो साथियों रमेश सिंह और धर्मेंद्र यादव को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने सना की हत्या करने के बाद उसकी लाश को ठिकाने लगाने में अमित साहू की मदद की थी. इसके अलावा दोनों के हनीट्रैप रैकेट में शामिल बाकी लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाने की शुरुआत कर चुकी है. पुलिस को शक है कि इस रैकेट के लोग महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश तक में लोगों को अपना शिकार बना रहे थे. और इस रैकेट ने जिस तेजी से इतने बड़े इलाके में अपना जाल फैला लिया था, उसे देखकर लगता है कि अब तक हनीट्रैप के जरिए की गई वसूली की रकम करोड़ों रुपये तक पहुंच गई होगी. इस रैकेट की शुरुआत तब हुई, जब सोशल मीडिया पर सना खान और अमित साहू के बीच मुलाकात हुई और फिर ये मुलाकात दोस्ती और फिर शादी में बदली. सना और अमित ने इसी साल 24 अप्रैल को शादी की थी. पुलिस की मानें तो दोनों ये काम उससे पहले यानी मार्च के महीने से ही शुरू कर चुके थे, लेकिन शादी के बाद दोनों नए-नए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टारगेट करने लगे. वैसे आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस ने चौथी गिरफ्तारी की है. गिरफ्तार आरोपी का नाम कमलेश पटेल बताया जा रहा है,  की मुख्य आरोपी अमित साहू का दोस्त है. पुलिस के मुताबिक हत्या की इस वारदात में आरोपी कमलेश पटेल ने सना के मोबाइल फोन गायब करने में अमित साहू की मदद की थी.