बदहाल सडकों के पीछे का राज

 13 May 2017  1606

संजय मिश्र/ in24 न्यूज़, मुंबई

महाराष्ट्र से लेकर मध्यप्रदेश,आंध्रा प्रदेश,उत्तरप्रदेश और हरियाणा तक एक ऐसा गिरोह सक्रीय है जिन्हे मिलावटखोरी में महारत हासिल है. मिलावट खोर अपनी तिजोरी भरने पर इस कदर अमादा हैं जो सीमेंट से लेकर डाम्बर तक में मिलावट कर विकास की गंगा को दूषित कर रहे हैं. उन्हें इस बात की भी जरा सी फिक्र नहीं कि उनके इस मुनाफाखोरी के चक्कर में कई इंसानो की जान और माल दोनों का ही नुकसान होता है. कथित मिलावट खोरो को इससे कोई लेना देना नहीं कि इससे देश का कितना नुकसान होगा, आप को ये जान कर हैरत होगी कि इस गोरखधंदे की जानकारी कुछ नेता से लेकर पुलिस तक को भी है क्यों कि उनकी भी जेबे गरम हो रही है, उनके भी खजाने में लगातार इजाफा हो रहा है वो ये सोचना भी जरुरी नहीं समझते कि काले धंधे वालों का सहयोग करके वे अपना पद और उसकी गरिमा दोनों को ही ख़त्म कर रहे है.

[caption id="attachment_1748" align="alignnone" width="247"] Alok Badera Secretary Transport Association[/caption]

मिलावट खोरो की करतूतों की वजह से जहां देश की सड़के तय समय से पहले ही टूट जाती है तो निष्क्रिय दर्जे के मटेरियल से बनाये गयी कई ईमारत और सड़कों पर बने पुल भी के समय से पहले जर्जर हो जाते हैं जिसके ध्वस्त होने की वजह से आम जनमानस पर मौत की तलवार लटकती रहती है,  वैसे आम जनता यह सब जानती है देखती है लेकीन मजबूर और मायूस मायूश होकर चाह कर भी कुछ नहीं कर पाती, लेकीन आज के बदलते परिवेश में अब जनता के हाथ में एक हथियार आ चुका है और वो हथियार है सोशल मिडिया का, जी हां यदि जनता जनार्दन जागरूक हो जाए और सोशल मिडिया पर मिलावट खोरी करने वाले माफिया या सरकारी अधिकारी या नेता की पोल खोलने लग जाए तो वो दिन दूर नहीं जब निरंकुश होकर धड़ल्ले से कालाबाजारी करने वालो लोगो को उनकी औकात समय रहते पता चल जाएगी.

[caption id="attachment_1750" align="alignnone" width="300"] ACP Crime Branch Mukund Hahate[/caption]

हमारा आप को बताने के पीछे का मकसद बस इतना है कि मिलावट खोरो की हकीकत सामने आने के बाद भी, मिलावट खोरो के बारे में तमाम बिभागो में शिकायत करने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. आलम ये है कि एक जगह बदनाम होने के बाद मिलावटखोर अपना धंधा कभी बंद नहीं करते बल्कि अपना स्थान बदल देते हैं. ये कुछ अहम दस्तावेज है, जो टैंकर एसोसियन के पदाधिकारियों ने शिकायत के तौर पर कई सरकारी विभागों में पत्राचार किये लेकिन आज तक इनकी शिकायतों को सरकारी महकमे ने कोई तवज्जो नहीं दिया. इनका कहना है कि हम हारे नहीं है मिलावटखोरों के खिलाफ हमारी लड़ाई बदस्तूर जारी रहेगी और हमें उम्मीद है कि एक न एक दिन हमें न्याय जरूर मिलेगा.

 

एसोसिएशन के पदाधिकारियों की द्वारा की गयी कई शिकायतों के बाद ठाणे क्राइम ब्रांच के अधिकारी हरकत में आये और उन्होंने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए भिवंडी में हेरा-फेरी करने वाले एक गिरोह पर अपना कसा शिकंजा कसा, जिसमे डाम्बर में मिक्सिंग कर खुले बाजार में बेचने वाले आरोपियों को धर दबोचा. चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके पास से तक़रीबन 70 लाख रुपये कीमती सामान को जब्त किया है. वैसे क्राइम ब्रांच के एसीपी मुकुंद हटोते कि यदि माने तो गिरफ्तार किये गए ये सभी आरोपी तो सिर्फ मोहरे हैं अब पुलिस उनतक पहुंचने का प्रयास कर रही है जो परदे के पीछे से मिलावटखोरी के इस गोरखधंधे को संचालित करते हैं और जिन्होंने मिक्सिंग प्लांट लगाकर मिलावटखोरी के अवैध व्यवसाय से अपनी तिजोरियां भरी है और उनके द्वारा सरकारी तिजोरी में लगातार सेंधमारी अभी भी बदस्तूर जारी है.