मुंबई पुलिस के सुपर कॉप संजय राजाराम मोहिते को मिला राष्ट्रपति सम्मान
29 Jan 2024
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संजय मिश्रा/in24न्यूज़/मुंबई
75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर केंद्र सरकार ने इस बार उत्कृष्ट एवं सराहनीय सेवा प्रदान करने के लिए देश भर के 1038 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया है. इन कर्मियों में महाराष्ट्र के 62 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल है. महाराष्ट्र प्रदेश के 62 पुलिसकर्मियों में से 18 को वीरता पदक, 4 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और 40 पुलिस अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से विभूषित किया गया. राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जो सूची जाहिर की, उसमें कई जांबाज और तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल है. इसी में एक नाम मुंबई पुलिस के सुपर कॉप कहे जाने वाले संजय राजाराम मोहिते का है. सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर संजय राजाराम मोहिते को किसी भी मामले की गुत्थी सुलझाने में महारत हासिल है. दरअसल महाराष्ट्र की तत्कालीन महा विकास आघाड़ी सत्तारूढ़ गठबंधन और भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के बीच जब खींचतान चल रही थी, उसी समय मुंबई में 50 वर्षीय पुलिस इंस्पेक्टर संजय राजाराम मोहिते का नाम सुर्ख़ियों में आया. राज्य सरकार के लिए प्रमुख मामलों की जांच करने वाले व्यक्ति के रूप में उभरे थे इंस्पेक्टर संजय मोहिते, जिन्हें "राजनीतिक रूप से" संवेदनशील देखा जा रहा था. उस दौरान सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई थी, कि मुंबई पुलिस के संजय मोहिते को इन मामलों को संभालने के लिए शहर के पुलिस आयुक्त संजय पांडे द्वारा चुना गया था, क्योंकि उन्होंने जांच में अहम भूमिका निभाई थी. संजय राजाराम मोहिते का जन्म साल 1972 में महाराष्ट्र के सतारा जिले के पाटन में हुआ था. गाँव से प्राथमिक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कोल्हापुर जिले से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया. उसके बाद उन्होंने एलएलबी की पढाई करने के बाद एमबीए की शिक्षा भी हासिल की. संजय बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थे. अच्छी कद काठी के चलते संजय मोहिते ने एमपीएससी की परीक्षा दी और उसमें उत्तीर्ण होने के बाद साल 1995 में महाराष्ट्र पुलिस सेवा में बतौर पुलिस सब इंस्पेक्टर उनकी नियुक्ति हुई. महाराष्ट्र पुलिस में उनका कार्यकाल भी अद्भुत रहा. मुंबई के खार में हुई फायरिंग की वारदात हो, या गढ़चिरोली में नक्सलियों द्वारा किया गया ब्लास्ट का मामला, इंस्पेक्टर संजय मोहिते ने न सिर्फ बढ़ते अपराध पर लगाम लगाया बल्कि पुलिस के लिए चुनौती बने तथाकथित अपराधियों को घुटने पर लाने को मजबूर कर दिया. एंटी करप्शन ब्यूरो से लेकर मुंबई क्राइम ब्रांच, ट्रैफिक डिपार्टमेंट से लेकर इकोनॉमिक ऑफेंस विंग, इन सभी जगहों पर उनका कार्यकाल बेहद चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन अपनी बुद्धिमत्ता और कार्यकुशलता से वो अपने सीनियर्स के आदेशों की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे. देश में 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर अलग-अलग क्षेत्र में अपनी कामयाबी का लोहा मनवाने वाले देश के जिन जिन नायकों को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, उसमें मुंबई के काला चौकी पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर संजय राजाराम मोहिते का भी नाम शामिल है.