चंद्रयान -2 लांच के लिए तैयार पूरी हुई रिहर्सल ,22 जुलाई को होगी लॉन्चिंग

 21 Jul 2019  1130
संवाददाता/in 24 न्यूज़। 
मिशन चंद्रयान 2 एक बार फिर से प्रक्षेपण के लिया तैयार हो गया हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने चंद्रयान-2 को ले जाने वाले भारी-भरकम रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 का रिहर्सल पूरा कर लिया है। ‘बाहुबली’ के नाम से चर्चित यह रॉकेट सामान्‍य तरीके से काम कर रहा है। जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट से चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को दोपहर 2:43 बजे लॉन्च किया जाएगा। पहले 15 जुलाई को चंद्रयान-2 को लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण इसे टाल दिया गया था भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने चंद्रयान-2 को ले जाने वाले भारी-भरकम रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 का रिहर्सल पूरा कर लिया है। ‘बाहुबली’ के नाम से चर्चित यह रॉकेट सामान्‍य तरीके से काम कर रहा है। जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट से चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को दोपहर 2:43 बजे लॉन्च किया जाएगा। पहले इसे 15 जुलाई को चंद्रयान-2 को लॉन्च किया जाना था,.  जीएसएलवी मार्क-3  को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट जीटीओ में 4 टन श्रेणी के उपग्रहों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। वीइकल में दो ठोस स्ट्रेप ऑन मोटर हैं। इसमें एक कोर तरल बूस्टर है और ऊपर वाले चरण में क्रायोजेनिक है। अब तक इसरो ने 3 जीएसएलवी-एमके 3 रॉकेट भेजे हैं। एक बार जब जीएसएलवी जियो ट्रांसफर ऑर्बिट में पहुंच जाएगा, तब यह चंद्रयान को 170 km×20,000km में स्थापित करेगा। इसके बाद चंद्रयान चंद्रमा की कक्षा की ओर बढ़ेगा।   बता दें कि इसरो के लिए प्रक्षेपणों में तकनीकी समस्याएं आना कोई नई बात नहीं है। इसरो ने इनसे उबर कर भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान जीएसएलवी के विभिन्न संस्करणों का प्रयोग कर कई उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं। जीएसएलवी मार्क-3  रॉकेट का प्रयोग करते हुए चंद्रमा के लिए भारत के दूसरे मिशन ‘चंद्रयान-2’ का तकनीकी खराबी के चलते प्रक्षेपण टाले जाने से इस भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को शुरुआती झटका जरूर लगा, लेकिन वैज्ञानिकों ने हिम्मत नहीं हारी।